गोण्डा में बोले पूर्व मुख्यमंत्री-बीजेपी दुनिया की सबसे झूठी पार्टी
राममंदिर नहीं बनाना चाहते बल्कि उसके नाम पर वोट लेना चाहते हैं
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। अगर भगवान श्रीराम का मंदिर बनाना चाहते तो एक वर्ष में बन जाता। भाजपा मंदिर बनाना नहीं, बल्कि उसके नाम पर वोट लेना चाहती है।
समाजवादियों ने सिर्फ छह माह में ही भगवान परशुराम का मंदिर बना दिया। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शु्क्रवार को भाजपा पर जमकर बरसे।
पूर्व मंत्री के प्रतिमा का किया अनावरण |
उन्होंने पूर्व मंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह की प्रतिमा का अनावरण व उन पर लिखी गई एक पुस्तक का विमोचन करने के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मौजूद जनता से वादा किया कि अगर हमारी सरकार बनी तो सभी को 300 यूनिट तक फ्री बिजली देंगे।
भाजपा सरकार की तुलना हिटलर से करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में एक प्रोपोगंडा मंत्री होते थे। इनकी सरकार में तो सभी प्रोपोगंडा मंत्री हैं।
उन्होंने योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बगैर चुटकी ली और कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांग रहे हैं, लेकिन कोई सुन ही नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि वह तो भाजपा के सदस्य भी नहीं है। जनता ही नहीं, पार्टी के लोग भी उनसे नाराज हैं। विज्ञापन में गलत तस्वीर छपवाकर दूसरों का काम खुद का गिना रहे हैं।
भाजपा की जनविश्वास यात्रा पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इन्हें जनविश्वास यात्रा नहीं, बल्कि जनमाफी यात्रा निकालनी चाहिए।
कोरोनाकाल में लाकडाउन के दौरान इन्होंने मजदूरों को अनाथ छोड़ दिया था। घर जाने के लिए न तो साधन थे और न ही अस्पताल में दवा व आक्सीजन।
उस समय समाजवादियों ने सड़कों पर भूखे प्यासे भटक रहे लोगों की हर स्तर से मदद की।
उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव से पहले भाजपा सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग कर रही है। जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है।
अखिलेश ने कहा कि सरकार कोरोना से हुई मौत को भी स्वीकार करना नहीं चाहती। गोण्डा में पीएम ने हवाई चप्पल वालों को हवाई यात्रा कराने का सपना दिखाया था, लेकिन हवाई यात्रा तो दूर गरीब की जेब काटकर अमीरों की तिजोरी भरी जा रही है। कमाई आधी और महंगाई दोगुना हो गई।
पंजाब की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को कार्यक्रम स्थल तक प्रधानमंत्री को जाने देना चाहिए था। कम से कम खाली कुर्सियाें के बीच भाषण तो दे आते।
उन्हें किसानों को बताना चाहिए कि तीन काले काननू क्यों लाए और क्यों वापस लिया? आयकर विभाग की छापेमारी के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान में इस बार भाजपा फंस गई।
उसने अपने ही करीबी के घर छापा डलवा दिया। जब सच्चाई सामने आई तो अपनी नाकामी छिपाने के लिए अन्य लोगों के घरों पर छापे डालकर बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।
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