रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। हिन्दू संस्कृति व सन्तति को कायम रखना है तो मांशाहार, मदिरा व व्यभिचार को त्यागना होगा।
यदि हिन्दू हो तो अपने संस्कारों, सत्कारों को जीवित रखो नही तो कहने के हिन्दू रह जाओगे। यह उदगार अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका देवी हेमलता शास्त्री ने श्रीराम कथा महोत्सव में व्यक्त किया।
करनैलगंज के सरयू तट पर चल रहे भव्य श्रीराम कथा महोत्सव में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है।
इस आयोजन मर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं और कथा सुनने के साथ भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते है।
श्रीराम कथा में देवी हेमलता शास्त्री ने कहा कि जब तक माएं कौशल्या नही बनेंगी तबतक उनकी कोख से श्रीराम नही पैदा होंगे।
जिसदिन घर घर में कौशल्या होंगी तो घर घर में राम आएंगे। हर हिन्दू के घर में भोजन ऐसा हो जिससे ठाकुर जी का भोग लग सके।
जब मांशाहार बनेगे तो कैसे श्रीराम आएंगे। घर घर में रावण होना शराब, मांस व व्यभिचार का होना है।
भगवान राम कहीं आसमान में नही रहते, प्रभु राम मेरे जीवन, रोम रोम, कणकण में हैं। बस उन्हें श्रद्धा व भक्ति से पाया जा सकता है।
श्रीराम को मंदिर में नही मन के मन्दिर में बैठाने की आवश्यकता है। यदि हिन्दू हो तो अपने संस्कारों, सत्कारों को जीवित रखो, नही तो कहने भर के हिन्दू रह जाओगे।
उन्होंने कहा कि घर घर में मन्दिर मत बनाओ, बल्कि मन्दिर में जाना सीखो। प्रतिदिन समय निकाल कर मंदिर में अवश्य जायँ, आरती में शामिल हों, यही भगवान को पाने का स्थान है। भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव का कार्यक्रम था।
भारी संख्या में महिलाओं व श्रद्धालुओं ने भगवान के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया।
खिलौने, बिस्कुट, टॉफी व गेंद व गुब्बारे बांटे गए। पूरे पंडाल को दुल्हन की तरह सजाया गया। दूर दूर से श्रद्धालुओं को कथा स्थल तक लाने के लिए निजी वाहन व बसों की व्यवस्था की गई। प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुट रहे हैं।
कथा में संतोष कुमार, प्रकाश जायसवाल, समीर गुप्ता, महेश कुमार गुप्ता, मुकेश सोनी, गिरीश चन्द्र शुक्ला, अशोक सिंघानिया, नन्दकिशोर सिंघानिया, डॉ.जेपी राव, जिला पंचायत सदस्य विवेक सिंह, आशीष शुक्ला, सत्येंद्र कुमार सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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