रमेश कुमार मिश्र...
गोण्डा।गोण्डा जिले के तरबगंज तहसीलक्षेत्र के तरबगंज ब्लाक में गौशाला बनवाने का सरकार के तरफ से झुनझुना दिखाया गया जिस पर किसानो को उम्मीद जगी की अब छुटटा पशुओ से निजात मिलेगी और इन्तजार करने लगे की कब बने और कब ये पशु जो घूमघूम कर किसानो को बरबाद कर रहे है।
उनसे निजात मिले लेकिन वो आदेश झुनझुना तक ही सीमित रहा और कही कोई गौशाला नही बनी आजतक हाँ एक बात जरूर हुई की प्रधान व सचिव की लाटरी लग गयी और वै मालामाल हो गये।किसानो का रोना ही रोना रह गया है।
जो किसानो की आय दुगनी करने पर तुली हुई सरकार खुलेआम बेकूफ बना रही है।जहाँ बने भी वो केवल कागज में दिखाई देरहे है।मौके पर कुछ नही है।
बताते चले की प्रदेश सरकार की तरफ से आदेश हुआ की प्रदेश के हर ब्लाक/ग्रामसभा में गौशाला का निर्माण करवाकर उस क्षेत्र में आवारा घूम रहे पशुओ को लाकर गौशाला में रखा जायेगा व उनकी देखरेख की जायेगी।
सभी जिले के जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गये की गौशाला का निर्माण करवाकर छुटटा घूम रहे पशुओ को लाकर गौशाला में रखे कोई पशु बाहर घूमता नही मिलना चाहिए।लेकिन ये आदेश सरकार का हवा में घूमता नजर आया ना कही गौशाला बना नाही कोई छुटटा पशु उसमे रखे गये।
जहाँ बना भी वो केवल कागज में दिखाने के लिए जिससे सभी किसान परेशान है और उनको सरकार के तरफ से गौशाला का झुनझुना दिखाकर बेकूफ बनाया गया।यही नही योजना किसानो के हित में बनाकर सरकार ने ग्रामसभा प्रधान व सचिव को मालामाल जरूर कर दिया।और तो और हर जनसभा में प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री का यही बयान आता है की किसानो की आय दुगनी करेगे लेकिन दुगनी की बात ही अलग है लागत ही निकलना आसान नही लगता है।
तरबगंज तहसील के तरबगंज ब्लाक में लगभग सभी ग्रामसभाओ में लोग रतजगा करके खेतो की रखवाली करते है और इस समय पड़ भीषण ठन्डी में खुले आसमान के नीचे रहकर छुटटा जानवरो से निजात पाने की कोसिस कर रहे है।किसानो के जुवान पर एक ही सवाल बार बार उभर कर आता है की सरकार का गौशाला कहाँ बना हुआ है।
किस जगह छुटटा जानवर पकड़े जारहे जो कम होने के बजाय और बढ़ते जारहे है।कोई पूछने भी नही आता है छुटटा पशुओ के बारे में क्या यही है सरकार का आदेश जिसका पालन कहीं नही होरहा है।और सरकार कहती है हम किसानो के साथ है।
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