बी पी त्रिपाठी
गोंडा 6 नवम्बर। भाई-बहन का पावन पर्व भैयादूज धूमधाम से मनाया गया।
हिंदु धर्म में रक्षाबंधन की तरह ही भाईदूज का भी विशेष महत्व है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाती हैं।
मुख्यालय स्थित भदुवा तरहर व बड़गांव निवासिनी बहन शशिकान्ति बाजपेयी, सोनारिका व प्रभा शुक्ला ने बताया कि इस दिन भाई के लिए पूजा की थाली सजाकर और उसमें फल, फूल,दीपक, अक्षत,मिठाई और सुपारी आदि चीजें रख कर शुभ मुहूर्त देखकर दीपक जलाकर भाई की आरती करके तिलक लगाया जाता है।
तिलक लगाने के बाद भाई को पान,मिठाई खिलाती हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भाई दूज के अवसर पर जब बहनें भाई को तिलक लगाती हैं तो भाई के जीवन पर आने वाले हर प्रकार के संकट का नाश हो जाता है और उसके जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं छोटी बच्चियां आरची व नायशा ने भी अपने भाई हर्ष, ऋषभ, अमृत व वेदान्त उर्फ डुग्गू को टीका लगाकर भैया दूज का रश्म खुशी के साथ पूरा किया।
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