वासुदेव यादव
अयोध्या। पुलिस चौकी नयाघाट पर नियुक्त युवा समाजसेवी सब-इंस्पेक्टर रणजीत यादव की नजर मेला में गश्त के दौरान एक अकेले रोते हुए बच्चे पर गयी तो उन्होंने अपनी मोटर साइकिल रोककर उस बच्चे को पुलिस चौकी नयाघाट पर अपने साथ ले आये।
रणजीत यादव ने बताया कि "बच्चे को चुप कराने के लिए सबसे पहले उसे चॉकलेट दिलवाया। तब जाकर उसने अपना नाम सिद्धार्थ बताया। मेला कंट्रोल रूम पर लगे लाउडस्पीकर से उसका नाम बार-बार बुलाया और पुलिसकर्मियों को उसके परिजनों की खोजबीन हेतु लगाया।
लगभग एक घण्टे बाद आखिरकार माता-पिता से बिछड़े बच्चे को मिलवाने में सफलता मिली। मुझे इस कार्य को करने में बेहद खुशी मिली!"
बच्चे के पिता अरुण कुमार गुप्ता पुत्र जोखन प्रसाद निवासी ग्राम खजूरी पोस्ट मथुरा बाजार जनपद गोण्डा के आँखों में खुशी के आँसू थे बच्चे को पाकर। बेहद खुशी हुई किसी के घर के चिराग को सकुशल वापस करके!
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