बी पी त्रिपाठी/प्रदीप शुक्ला
यूपी के जनपद गोंडा के धानेपुर थाना क्षेत्र ग्राम सतनामी पुरवा के रहने वाले अवधेश कुमार उर्फ़ दीपू मिश्रा के सामने कानून मजाक बन कर रह गया है।
ये नाम पहली बार नही बल्कि कई बार पढ़ा और सुना जा चुका है, अवधेश कुमार उर्फ़ दीपू मिश्रा पुत्र गया।
प्रसाद अलग अलग जिलों में रहने वाले कई दर्जन लोगो को अपना शिकार बना चुका है, जिसकी शिकायतें होती हैं, मुकदमें दर्ज किये जाते हैं, उसके बावजूद नौकरी दिलाने का झांसा दे कर लोगों की गाढ़ी कमाई ठगने का ये व्यवसाय रुकने का नाम नही ले रहा है।
इससे पूर्व दिनांक 12 मार्च 2021 को बहराइच पुलिस द्वारा दीपू मिश्रा व उसके साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है,
उसी जनपद में एक बार फिर दो नम्बर को जालसाजी व ठगी करने के आरोप में दीपू मिश्रा व उसके ड्राइबर दया राम पर 419, 420 सहित विभिन्न धाराओं में गौरव श्रीवास्तव की शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत हुआ है।
गौरव ने शिकायती पत्र में कहा है करीब नौ महीने पहले दीपू मिश्रा ने बलरामपुर जनपद में जल निगम विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा दे कर तीन लाख 40 हजार रूपये कई किस्तों में लिया उसके बदले में नियुक्ति पत्र दिया जो विभाग द्वारा फर्जी करार दिए जाने पर रूपये वापसी की मांग की जाने लगी तो दीपू ने उसे एक लाख रूपये का चेक बतौर रकम की वापसी का थमा दिया जो पर्याप्त बैलेंस ना होने के कारण चेक बाउंस हो गया।
उसके बाद दीपू से उसका संपर्क होना ही बन्द हो गया, गौरव ने शिकायती पत्र दे कर दीपू व उसके ड्राइबर दयाराम पर जो ठगी करने में उसका साथ देता था दोनों पर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। इससे पहले दिनांक 29 अक्टूबर को जनपद गोंडा के पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्रा से मिल कर लखनऊ के निवासी दिनेश कुमार द्विवेदी ने दीपू मिश्रा द्वारा नैकरी का झांसा दे कर 30 लाख रूपये ठगी कर फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जाने शिकायत की थी।
जिस कोई बड़ी कार्यवाही देखने को नही मिली है, ये तो रहा ठगी का मामला दूसरा ये की इसके काले कारनामों की खबर लिखने वाले एक पत्रकार को पहले डराया धमकाया उसके बाद फर्जी केश में फंसाने के लिए षड्यंत्र रचा और फिर जानलेवा हमला भी करवाया इतना कुछ होने के बाद पत्रकार की शिकायत पर धानेपुर में 506 का मुकदमा लिखा गया।
उसकी विवेचना और कार्यवाही शून्य के बराबर ही है,जबकि सर्वविदित है की आरोपी दीपू मिश्रा एक जालसाज किस्म का ठग है उसके बावजूद भी अब तक शरणार्थी जनपद गोंडा में उसके विरुद्ध कोई ठोस कार्यवाही नही हो पाई है।
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