जिले की पुलिसिया कार्यशैली पर उठ रहा सवालिया निशान
बी पी त्रिपाठी
गोण्डा: उत्तरप्रदेश में सत्तारूढ़ योगी सरकार के भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी पर अंकुश लगाने के दावे को आईना दिखाते हुए पुलिसिया कार्यशैली सुधरने का नाम नही ले रही।
जिसके संबंध में सुलह समझौता के बाद पुलिस द्वारा घूस लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिससे उत्तर प्रदेश पुलिस के दावे पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
मामला थाना परसपुर के छत्तरपाल पुरवा भौरीगंज का है, जहां पीड़ित मोहम्मद इरफान ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है कि दिनांक 06.11.2021 की रात्रि लगभग दस बजे विपक्षी शिवशंकर पुत्र पिंटू निवासी उपरोक्त शराब के नशे में धुत होकर पीड़ित के घर के दरवाजे पर खड़े होकर गाली गलौज करने लगा।
पीड़ित के मना करने पर आरोपी मारपीट पर उतारू हो गया। जिस पर दूसरे दिन पीड़ित के पिता ने थाने में शिकायत की। आरोप लगाते हुए कहा कि शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की।
बल्कि आरक्षी रामप्रीत यादव ने आरोपी से मिलीभगत कर उक्त प्रकरण में जबरन सुलह समझौता करा दिया। सुलह समझौता के बाद उक्त आरक्षी ने पीड़ित के पिता को डरा धमकाकर एक हज़ार रुपया ले लिया और दो हज़ार रुपये देने का दबाव बना रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायती पत्र में दर्शाया है कि आरक्षी जब घूस का पैसा ले रहा था तो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने घूस लेने का वीडियो बना लिया है जो पीड़ित के पास सुरक्षित है।
पुलिस अधीक्षक को पत्र देकर पीड़ित ने मामले की निष्पक्ष जांच व दोषियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की मांग की है।
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