वासुदेव यादव
अयोध्या। सिद्धपीठ संकट मोचन हनुमान किला मंदिर के संस्थापक साकेतवासी श्री महंत रामबिलास दास जी महाराज की पांचवी पुंयतिथि श्री महंत रामदास व महंत परशुराम दास जी महाराज के संयोजन में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
श्री महाराज जी के पुंयतिथि के अवसर पर सुंदरकांड का पाठ और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। खाक चौक और संकट मोचन हनुमान किला मंदिर के महंत परशुराम दास जी महाराज ने बताया कि श्री श्री महाराज जी बाईपास पर आश्रम बनाकर के संतो असहाय व गरीबों की सेवा में तत्पर रहते थे और सेवा को ही धर्म मानते थे।
हमेशा अपने शिष्यों भक्तों को सेवा का ही धर्म माननीय का उपदेश दिया करते थे। श्री महाराज जी भजन में तल्लीन रहते थे।
श्री महाराज जी ने बताया कि सेवा धर्म मानते थे और हमेशा शिष्यों को बताते रहते थे कि परमात्मा के मिलने का सबसे सरल रास्ता परमार्थ निस्वार्थ भाव से सेवा ही है। श्री महाराज जी बाईपास के किनारे रहते थे जो भी गरीब असहाय भूला भटका आश्रम में पहुंचा था सब की सेवा निस्वार्थ भाव से करते थे।
श्री महाराज जी के पांचवी पुण्यतिथि पर अयोध्या के संतो ने भाव रूपी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री महाराज जी को खाकचौक के श्री मंहत बृजमोहन दास , दिगंबर अखाड़ा के महंत सुरेश दास, रसिक पीठाधीश्वर जानकीघाट बड़ा स्थान के महंत जनमेजय शरण, बड़ा भक्तमाल के मंहत अवधेश कुमारदास, जगतगुरु राम दिनेशाचार्य, महंत विनोददास, बाल योगी महंत रामदास, खाकचौक मुख्य पुजारी रामचरणदास, श्रीराम कथा के मर्मज्ञ चंद्रांशु जी महाराज, महंत दामोदर दास, महंत विजय रामदास, हरिदास पहलवान, महंत रामाज्ञा दास, महंत बलराम दास, समाजसेवी विकास सिंह, अमर सिंह, विनोद सिंह, भाजपा मंत्री विपिन सिंह बब्लू, मोदी सोनी पत्रकार वासुदेव यादव, लाठी पत्रकार सहित सैकड़ों संत महंत भक्तगण ने श्री महाराज जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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