खुलासे के बाद आरोपी दरोगा अखिलेश यादव को एसपी ने किया निलंबित
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए जिले के कौड़िया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव ने तीन शूटरों को हत्यारोपी का मर्डर करने के लिए आजमगढ़ भेजा था, लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही आजमगढ़ पुलिस ने तीनों शूटरों को दबोच लिया। इसकी पुष्टि आजमगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने की है।
आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि जिले की पुलिस द्वारा आज गोण्डा जिले के नवाबगंज क्षेत्र से आजमगढ़ जिले में हत्या करने आए दीनानाथ यादव, डफली यादव व देवेन्द्रनाथ यादव को रानी की सराय थाना क्षेत्र के अल्लीपुर डीहबाबा के पास से गिरफ्तार किया गया है।
इनके कब्जे से दो तमंचा, 9 कारतूस के साथ एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है। इन अभियुक्तों के ऊपर पहले से ही मुकदमे दर्ज हैं।
बताते चलें कि वर्ष 2020 में आजमगढ़ के रानी की सराय के अल्लीपुर गांव के रहने वाले सब इंस्पेक्टर अखिलेश यादव के भाई की हत्या की गई थी।
मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई थी। एक आरोपी जमानत पर छूटा था, जिसकी हत्या के लिए दरोगा ने गोण्डा से शूटर भेजे थे।
गिरफ्तार किए गए तीनों शूटरों ने बताया कि गोण्डा जिले के कौड़िया थाने में तैनात दरोगा अखिलेश यादव ने अल्लीपुर गांव के रहने वाले रोहित की हत्या के लिए उन्हें 20 हजार रूपए दिए थे,
जिससे शूटरों ने तमंचा व कारतूस खरीदा। आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक ने इस कांड का पर्दाफाश करने वाली टीम को 15 हजार की धरनाशि से पुरस्कृत करते हुए कहा कि प्रो-एक्टिव पुलिसिंग का यह अच्छा उदाहरण है।
आजमगढ़ के एसपी ने बताया कि सब इंस्पेक्टर अखिलेश यादव को हिरासत में लेने के लिए पुलिस टीम गोण्डा रवाना कर दी गई है। इसके साथ ही उन पर कार्रवाई के लिए गोण्डा के पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा गया है।
आजमगढ़ में तीन शूटरों के खुलासे के बाद गोण्डा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने आरोपी दारोगा अखिलेश यादव को निलंबित कर दिया है।
वहीं दूसरी तरफ जिले में पहुंची आजमगढ़ पुलिस ने आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर लिया है।
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