वासुदेव यादव
अयोध्या। जिला प्रशासन ने 12 नवंबर से शुरू होने वाली 14 कोसी परिक्रमा को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। परिक्रमा 24 घंटे चलने के बाद 13 नवंबर को समाप्त होगी।
इस परिक्रमा में श्रद्धालु तकरीबन 45 किलोमीटर की दूरी अयोध्या और फैजाबाद नगर के परिधि में तय करते हैं। परिक्रमा मार्ग को दुरुस्त करने के साथ-साथ उस पर बालू या मिट्टी डालकर श्रद्धालुओं की राह आसान करने का प्रयास किया जा रहा है।
पूरे मार्ग पर जगह जगह बेरीकेटिंग लगाने के साथ-साथ पूरे राह पर प्रकाश का मुकम्मल इंतजाम किया जा रहा है।
ज्ञात हो इस परिक्रमा में श्रद्धालुओं का सर्वाधिक दबाव रात्रि के समय ही होता है। इस परिक्रमा में करीब 10 लाख तक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। भीड़ के इस भारी दबाव में निश्चित तौर पर करोना से बचाव का मोर्चा प्रशासन के लिए सबसे कठिन होगा।
जिले के नए जिलाधिकारी नितीश कुमार के लिए अयोध्या के मेलों का यह पहला अनुभव है। ऐसे में उनके लिए चुनौती और भी बढ़ जाती है। फिलहाल जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह मास्क लगाकर ही परिक्रमा में शामिल हो।
उन्होंने यह भी कहा है कि श्रद्धालु यह प्रयास करें परिक्रमा मेले में शामिल होने के पहले वैक्सीनेशन सुनिश्चित हो जाए। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही है।
उन्होंने कहां है कि जगह जगह स्टाल लगाकर स्वयंसेवकों द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा। स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी स्थान स्थान पर सुनिश्चित की जाएगी। उनका पूरा प्रयास होगा कि श्रद्धालुओं को इस पवित्र नगरी में किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
जबकि एसएसपी शैलेश पंडित ने कहा कि मेले के दौरान सख्त सुरक्षा व साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। परिक्रमा पथ को श्रद्धालुओं के लिए सहज और सुखद बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत किया है। मेला में काफी भीड़ हो चली है। शुक्रवार को सुबह 10: 22 से 14 कोसी परिक्रमा शुरू होगी।
अयोध्या की परिक्रमा करने से मानव जीवन होता है धन्य: महन्त वीरेंद्रदासराम कोट क्षेत्र के सिद्धपीठ गोविंद आश्रम मंदिर के महंत वीरेंद्र दास महाराज ने कहा है कि अयोध्या का यह ऐतिहासिक परिक्रमा है अयोध्या में इस बार काफी भीड़ आई हुई है।
इसी क्रम में आज मंदिर पर विशेष पूजन अर्चन व महा आरती का आयोजन किया गया। देर शाम परिक्रमा करने आए भक्तों को कथा का श्रवण कराया गया।
मंदिर के महंत परमार्थी गो संतसेवी वीरेंद्र दास महाराज ने कहा कि परिक्रमा करने से मानव जीवन धन्य हो जाता है। जीवन के सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। सभी भक्तों को चाहिए कि अयोध्या का परिक्रमा कर मानव जीवन धन्य करें। श्री महंत ने बताया कि 12 नवंबर को 14 कोसी परिक्रमा सुबह आरंभ होगी।
जबकि 14 नवंबर को अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा होगा तथा 19 नवंबर को अयोध्या का पूर्णिमा स्नान होगा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान गोविंद आश्रम में संत महंत व भक्तों का भंडारा अनुवरत चलेगा। कार्यक्रम में आए भक्तों को साय काल सत्संग व प्रवचन का भी लाभ मिलेगा। इस दौरान सुबह-शाम मंदिर में अनवरत विशेष आरती पूजा मंदिर में चलता रहेगा।
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