सद्भावना दिवस के रूप में मनाई गई सूर्य बली पाण्डेय की 100वीं जयंती
एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा गांधीवादी विचारक एवं विनोबा जी के शिष्य सर्वोदयी नेता की 100 वीं जयंती सद्भावना दिवस के रूप में रामानुज आश्रम शिवजी पुरम में कृपा शंकर ओझा एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी की अध्यक्षता में मनाई गई।
उक्त अवसर पर वक्ताओं ने वेद मंत्रों के बीच चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया।
तंदुपरान्त कृपाशंकर ओझा एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी ने कहा कि पांडेय जी जैसा ईमानदार, कर्मठ, त्यागी एवं तपस्वी व्यक्ति करोड़ों में कोई एक होता है।
वह देश की आजादी के लिए जेल गए और देश की आजादी के बाद भी जेल गए। जनपद प्रतापगढ़ में दो ऐसे व्यक्ति थे जो देश की आजादी के बाद 1954 में जेल गए।
जिसमें डॉक्टर राजेश्वर सहाय त्रिपाठी और पंडित सूर्य बली पांडेय एडवोकेट थे। उसके बाद फिर तीसरे व्यक्ति स्वामी करपात्री जी थे, और आपातकाल में फिर 3 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जेल गए जिसमें पंडित सूर्य बली पांडेय एडवोकेट, कुंवर तेजभान सिंह विधायक एवं राजाराम किसान विधायक थे।दूसरी आजादी की लड़ाई जनपद प्रतापगढ़ में आपके नेतृत्व में लड़ी गई।
जिसमें सभी पार्टी के लोगों ने आपको जिले का संयोजक बनाया आपके नेतृत्व में सैकड़ों लोगमीसा और डी आई आर में जेल गए। आप प्रतापगढ़ के गांधी थे।
रामसेवक त्रिपाठी एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी मुख्य अतिथि ने कहा कि देश की आजादी में पंडित जी ने महत्वपूर्ण भूमिका जहां निभाया वहीं आपातकाल में जयप्रकाश आंदोलन को गति देकर यहां का नेतृत्व किया ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से सत्येंद्र नाथ मिश्र मृदुल एडवोकेट, कविवर सुनील प्रभाकर,डॉ श्याम शंकर शुक्ल श्याम, आचार्य आलोक ,अशोक कुमार शर्मा, आश्रित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बद्री प्रसाद मिश्रा ,उमाशंकर मिश्रा,राम शिरोमणि ओझा,अशोक दुबे रामानुज दास, समुद्रगुप्त मिश्र मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन सुरेश व्योम ने एवं आभार आयोजक ओमप्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने व्यक्त किया।
इस मौके पर कृपाशंकर ओझा एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी एवं राम सेवक त्रिपाठी एडवोकेट लोकतंत्र रक्षक सेनानी को अंगवस्त्रम एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया गया।
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