शासन ने जारी की 11.11 करोड़ की धनराशि
प्रत्येक स्कूल को दिए गए 75-75 हजार रूपये
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। बेसिक शिक्षा के परिषदीय स्कूलों की दशा सुधारने के लिए शासन ने बजट दिया है।
स्कूलों को सजाए रखने पर प्रबंध समितियां कार्य करा सकेंगी। स्कूलों को बजट छात्र संख्या के आधार पर दिया गया है। सबसे अधिक धनराशि 250 से 1000 छात्र संख्या वाले 201 स्कूलों को मिला है।
प्रत्येक स्कूल को 75-75 हजार रुपये दिए गए हैं। साथ ही जिले के 2619 स्कूलों के लिए 11 करोड़ 11 लाख रूपये का बजट जारी किया गया है।
स्कूलों को पिछले वर्ष छात्र संख्या 1 से 14 तक वालों को 12.5 हजार एवं 15 से 100 तक छात्र संख्या वाले विद्यालयों को 25 हजार रुपये दिए गए थे।
मानक में आंशिक बदलाव करते हुए एक से 30 छात्र संख्या वाले स्कूलों की कंपोजिट ग्रांट में कटौती करते हुए प्रति विद्यालय दस हजार रुपये ग्रांट के रूप में दिए जा रहे हैं। एक से 14 छात्र संख्या वाले स्कूलों को एक रुपये भी नहीं दिए गए हैं।
जिले में ऐसे स्कूलों की संख्या नहीं है। छात्र नामांकन के आधार पर ग्रांट की धनराशि स्कूल प्रबंध समिति के खातों में हस्तांतरित होगी एवं समिति के अनुमोदन से खर्च की जाएगी।
जिले के 2619 परिषदीय स्कूलों को एक बार फिर संवारा जाएगा। बच्चों को लुभाने वाले संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
शासन से मिले बजट को प्रबंध समितियों के माध्यम से खर्च किया जाएगा और स्कूल के प्रधानाध्यापकों को खर्च का ब्यौरा रखना होगा।
स्कूलों को छात्र संख्या के आधार पर बजट आवंटित किया गया है। एक से 30 तक छात्र संख्या वाले 26 स्कूलों को दस हजार की दर से 2.60 लाख रूपये जारी हुए हैं।
30 से 100 छात्रों की संख्या वाले 933 स्कूलों को 25 हजार की दर से दो करोड 33 लाख रुपये जारी हुए हैं। 100 से 250 छात्र संख्या वाले 1449 स्कूलों को 50-50 हजार रुपये की दर से 7 करोड़ 24 लाख रुपये जारी हुए हैं।
250 से 1000 तक की छात्र संख्या वाले 201 स्कूूलों के लिए 75 हजार की दर से डेढ़ करोड़ 75 हजार रुपये जारी हुए हैं। ऐसे में कुल 11 करोड़ से अधिक धनराशि देकर संवारने की योजना बनी है।
समग्र शिक्षा के अंतर्गत वर्ष 2021- 2022 में परिषदीय स्कूलों के लिए कंपोजिट ग्रांट जिले में आ गई है। कंपोजिट ग्रांट से स्कूलों में रंगाई-पुताई, अलमारी की खरीद व मरम्मत के काम कराए जाएंगे।
ग्रांट का दस फीसदी हिस्सा स्वच्छता अभियान में खर्च किया जाएगा। बिजली के उपकरणों की खरीद व कक्ष में टाइल्स लगवाने का काम भी किया जाएगा।
शासन ने परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट स्कूलों की दशा सुधारने के लिए चालू सत्र के लिए कंपोजिट ग्रांट भेजी है। पिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष धनराशि आवंटन के लिए निर्धारित की गई छात्र संख्या के मानक में आंशिक बदलाव किया गया है।
ऐसे स्कूलों का नुकसान हुआ है जिनकी छात्र संख्या 1 से 30 के बीच थी। इस बजट से स्कूलों में मरम्मत एवं अन्य सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।
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