कोतवाल की फाइल खोलने व कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की जांच के निर्देश
डीएम व एसपी ने कोतवाली करनैलगंज में सुनी पीड़ितों की फरियाद
ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। शनिवार को थाना समाधान दिवस के दौरान करनैलगंज कोतवाली पहुंचे जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही व पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्रा जनसुनवाई के मामले में तल्ख नजर आए।
एसपी ने विवेचना में लापरवाही करने पर एसआई परसुराम सिंह को निलंबित व करनैलगंज कोतवाल की फाइल खोलने के साथ ही कोतवाली कार्यालय में तैनात कर्मचारियों की जांच के निर्देश दिए।
दोनों अधिकारियों ने एक-एक प्रार्थना पत्र पर गंभीरता से जांच करने के साथ-साथ निस्तारण के लिए राजस्व एवं पुलिस विभाग की टीम लगाई। वहीं भूमि विवाद के दो अलग-अलग मामलों में एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई तथा सकरौरा ग्रामीण में भू माफियाओं द्वारा की जा रही प्लाटिंग की जांच कर गड़बड़ी करने वाले लोगों को चिन्हित कर भूमाफिया घोषित करने के निर्देश उप जिलाधिकारी को दिए।
डीएम ने पंडित शेष कुमार पांडेय की शिकायत सुनी जिसमें कहा गया कि गांव के एक व्यक्ति द्वारा उसके मूक बधिर भाई की समस्त सम्पत्ति का गलत तरिके से बैनामा करा लिया गया तथा भूमि की कीमत बैंक खाते में देने की बात स्टाम्प पर लिखी, मगर धन भी नहीं मिला और बिना नियम के जमीन का बैनामा कराया गया।
डीएम ने तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा सकरौरा ग्रामीण की एक महिला ने डीएम से शिकायत किया कि उससे उसकी जमीन का एग्रीमेंट कराने के बहाने ले जाकर उसकी जमीन का बैनामा करा लिया गया। उसको बहू का इलाज कराने के लिए केवल 50 हजार रुपये ही दिए।
धोखे से जमीन का बैनामा कराया गया। इस पर एसपी ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सकरौरा शहर निवासी मोहम्मद अब्बास ने शिकायत किया कि उसका घर जर्जर हो गया है।
उसके पड़ोसी घर का निर्माण नहीं करने दे रहे हैं। इस पर डीएम ने लेखपाल व कोतवाल को मौके पर जाकर समस्या का निराकरण कराने के निर्देश दिए। डीएम ने सकरौरा ग्रामीण में हो रही भूमि की प्लाटिंग में जांचकर पट्टा युक्त भूमि व सरकारी जमीन की जांच करने के साथ फर्जी बैनामा की जांच कर उसमें शामिल लोगों को भूमाफिया दर्ज करते हुए कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
दोनों अधिकारियों ने जन शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण करने के निर्देश दिए।
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