अखिलेश्वर तिवारी/नरेंद्र पटवा
जनपद बलरामपुर के तहसील उतरौला क्षेत्र मे शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन शनिवार को मां भगवती के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की गई।
इस दौरान मंदिरों में कोविड-19 के नियमों का पालन कराया गया। पूजा-अर्चना करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर पहुंचने लगे थे।
उतरौला क्षेत्र में शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन 9 अक्टूबर को भोर सुबह से शुरू हुआ पूजा-अर्चना का क्रम देर शाम तक चलता रहा। जय माता दी के जयकारों से शहर, गांव व कस्बों के मंदिर गूंजते रहे।
ग्रामीण अंचलों में भी मां की उपासना की गई। नगर के प्राचीन मां ज्वाला महारानी मंदिर, नगर मे स्थिति कई देवियों के मंदिर समेत गांवों के अनेक मंदिरो में सुबह चार बजे से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है।
बड़ी संख्या में श्रद्धालु नंगे पांव मां के दरबार में पहुंचते हैं। मां के जयकारों से मंदिर गूंज उठा। इस दौरान सभी श्रद्धालुओं के हाथों को सैनिटाइज कराने के साथ ही दर्शन करने के लिए शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराया गया ।
श्रद्धालुओं ने मां चंद्रघंटा की पूजा कर मनोकामना मांगी। शाम को आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कुछ लोगों ने नए वाहन भी नवरात्रि में खरीदे हैं। जिनका पूजन ज्वाला मां मंदिरों में होता दिखाई दिया।
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