ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज शिक्षक संघ इकाई ने शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए आक्टा के महामंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह को प्रतिवेदन दिया है। महाविद्यालय के शिक्षक संघ इकाई के मंत्री डॉ. मंशाराम वर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के कुछ नवागत शिक्षकों को विश्वविद्यालय द्वारा शोध निर्देशक नहीं बनाया गया है, जबकि वे नियमानुसार अर्ह हैं। इसके लिए महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र नाथ मिश्र के साथ उन्होंने आक्टा के महामंत्री को इन शिक्षकों को शोध निर्देशक बनाए जाने के लिए प्रतिवेदन सौंपा है।
बताते चलें कि फुपुक्टा के आह्वान पर 5 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश लेकर डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय मुख्यालय पर लंबित शिक्षक मांगों के समर्थन में आयोजित धरना-प्रदर्शन में सम्मिलित होने के लिए महाविद्यालय शिक्षक संघ के आम सभा की बैठक संपन्न हुई, जिसमें सफल धरना प्रदर्शन के लिए बढ़-चढ़कर शामिल होने का निर्णय लिया गया। इसी अनुक्रम में महाविद्यालय के शिक्षक संघ आम सभा द्वारा आक्टा के नवनिर्वाचित महामंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को पुष्प-हार पहनाकर अभिनंदन किया गया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा नए शिक्षकों को नियुक्ति की तिथि से नई पेंशन योजना में हो रही कटौती के लिए नियमित मासिक लेखा पर्ची दिलाई जाए। आम सभा की बैठक में पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर से संबंद्ध मलिक महाविद्यालय गाजीपुर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रिंस कसौधन के प्रति दुर्व्यवहार के लिए वहां की प्राचार्य डॉ. पुष्पा सिंह की कठोर भर्त्सना की गई और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की गयी।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ