सुनील उपाध्याय
बस्ती:जमीन के विवाद को लेकर एक परिवार पिछले 1 हफ्ते से डीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठा है लेकिन किसी अधिकारी ने उनकी एक न सुनी जिसके बाद आज इस परिवार ने पेट्रोल लेकर आपदा का प्रयास किया। लेकिन पुलिस कर्मियों की मदद से उसे ऐसा करने से रोक दिया गया।
इस दौरान राजस्व अधिकारी अनीता यादव पीड़ित परिवार को काफी समझाने का प्रयास की मगर इस परिवार ने न्याय ना मिलने पर धरने से उठने से साफ मना कर दिया।
परिवार का कहना है कि उनकी जमीन पर जिला प्रशासन ने दबंगों का कब्जा करा दिया है और जब अपनी जमीन के लिए वे जिला प्रशासन से मांग कर रही है कि उनकी जमीन वापस करी जाए तो जांच के नाम पर सिर्फ कोरा आश्वासन दिया जा रहा है।
ये है मामला
योगी सरकार के उस दावे की पोल खुलती नज़र आ रही है जिसमे एन्टी भू माफियाओं के ख़िलाफ़ बने कानून व कार्यवाही के लिए आदेश जारी किया था, भू माफियाओं पर सख्त कार्यवाही को लेकर एक तरफ़ सरकार जहां पीठ थपथपा रही वहीं बस्ती सहर के सदर विधानसभा सभा के मूड़घाट गांव में रहने वाला एक पीड़ित परिवार न्याय के लिए अफसरों से गुहार लगा रहा है। इस परिवार की जमीन दबंगो ने कब्जा ली और प्रशासन इन्हे न्याय देने के बजाए सिर्फ आश्वासन दे रहा है। इस परिवार ने कई दिनों से आला अधिकारियों के दरवाज़े को खट खटाने के बाद कोई सुनवाई न होने की वज़ह से मजबूर होकर जिलाधिकारी कार्यालय पर 3 दिनों से पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठा है। बता दें कि बस्ती जिलाधिकारी कार्यालय पर सदर तहसील क्षेत्र के मूड़ घाट निवासिनी सुशीला देवी अपने पति व बच्चो के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठी हुई है, सुशीला देवी ने बताया कि मेरे बैनामे की जमीन से जबरदस्ती दबंगो ने खड़ंजा निकलवा दिया है। इस संबंध में कई बार लिखित प्रार्थना पत्र देने के बाद भी अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सुशीला देवी ने बताया कि खड़ंजा निकालने वाले काफी दबंग और सर्कस किस्म के हैं। वे सभी एक साथ मिलकर पुलिस व प्रशासन की मदद से जबरदस्ती उनसे दस्तखत करवा कर रास्ता कायम करवा लिया। सुशीला देवी ने इस मामले में जिलाधिकारी व सीएम से न्याय की गुहार लगाई है।
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