रमेश कुमार मिश्रा
गोण्डा:शारदीय नवरात्रि के अवसर पर माँ पतमेश्वरी के उद्गम पर आधारित फ़िल्म "पाटन की पटमेश्वरी" के महत्वपूर्ण भाग की शूटिंग इन दिनों मेहनवन में हो रही है।
फ़िल्म के निर्माता बाबा सन्तोषी दास जी है उन्होंने बताया है की भोजपुरी की फूहड़ फिल्में और अश्लील गाने समाज में नग्नता परोस रही है जिसमे समाज पर गलत असर पड़ रहा है, इस लिए एक सन्त होने के नाते धर्म का प्रचार प्रसार करना हम सन्तों का दायित्व ही नही एक बड़ी जिम्मेदारी भी बनती है, इससे पहले भी गौ माता पर आधारित फ़िल्म के माध्यम से गौ रक्षा के लिए समाज को एक सन्देश देने का प्रयास किया जा चुका है।
फ़िल्म पाटन की पटमेश्वरी के लेखक गनेश सिंह ने जानकारी दी है की पूरी फ़िल्म माँ पटमेश्वरी के उद्घम पर आधारित है, जिसे परिवार के साथ बैठ कर देखा जा सकता फ़िल्म पारिवारिक होने के साथ धार्मिक भी है, उन्होंने कहा है भोजपुरी फ़िल्म इंडिस्ट्री में फिल्म हिट कराने के लिए अश्लीलता का सहारा ले कर पिछले कुछ सालों से भोजपुरी सभ्यता को अपनी सफलता के लिए बदनाम की जा रही है।
इस फ़िल्म के जरिये माँ पटमेश्वरी की पूरी कहानी पारिवारिक मंचन के जरिये फिल्माई जा रही है नवरात्रि का समय है इसलिए मेहनवन मन्दिर भक्तिमय महौल की शूटिंग करने के बाद फ़िल्म के अन्य हिस्सों की शूटिंग की जानी है।
इस फ़िल्म के सहनिर्माता कृष्ण कुमार कसौंधन, निर्देशक अजय कुमार राय, मुख्य नायक की भूमिका में गनेश सिंह, मुख्य नायिका ज्योति पाण्डेय, विलेन के रूप में मनोज टाइगर (बताशा चाचा) शैलेश राय,
सहयोगी कलाकार के रूप में प्रांजल शुक्ला, इंद्रजीत, योगेन्द्र प्रसाद, रमेश, शालिनी, रीतिका गुप्ता, आकाश, एस.डी.दूबे, करम चन्द देहाती, सहित पूरी टीम इस फ़िल्म में अपने अपने किरदार में नजर आएंगे, फ़िल्म को पूरी तरह साफ़ सुधरी धार्मिक व पारिवारिक बनाई जा रही है।
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