वर्मी कंपोस्ट खाद व मशरूम के विषय मे दी गयी जानकारी
आलोक कुमार बर्नवाल
संतकबीरनगर...भारत सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को सबल करने हेतू महिलाओं के समूहों का गठन किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में महिलाएं भी आर्थिक रूप से प्रगति कर सके। जिससे देश मे महिलाओं की स्थिति को बेहतर किया जा सके। इसी सोच के तहत ही राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत समूहों का गठन किया जा रहा है। जिससे समूह की महिलाएं भी आर्थिक रूप विकास कर सके। इसी सोच को लेकर ग्रामीण महिलाओं के विकास के लिए आज के दौर में अनेको कार्यो को करवाया जा रहा है। जिसमे राशन वितरण से अनेको कार्यो को करवाया जा रहा है।
इसी कड़ी में मेंहदावल ब्लॉक सभागार में बुधवार को सांथा ब्लॉक एवं मेंहदावल ब्लॉक के समूह की महिलाओं को वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने की विधि के साथ ही मशरूम की खेती कर लाभ कमाने के तरीकों को बताया गया। सबल संस्थान के संचालन कर्ता दीनानाथ द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद (केंचुआ विधि खाद)से खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा और वर्मी कंपोस्ट खाद को बनाकर उसकी विक्री कर समूह की महिलाओं को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही समूह की महिलाओं को मशरूम की खेती के बारे में जानकारी दिया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण कर्ता दीनानाथ ने कहा कि सभी लोग मशरूम के खेती के गुर को सीखकर लाभ अर्जित कर सकती है। मशरूम की खेती करके राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाएं स्वावलंबी बनेंगी। महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनेंगी। आने वाले दिनों में महिलाओं को खेती करने के तरीके बताए जाएंगे। ग्राम में मुख्य रूप से खेती, पशुपालन आदि ही कार्यो से रोजगार मिलता है। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता बीडीओ महावीर सिंह द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान बीएमएम सांथा पी0के0 सिंह, उमाशंकर मौर्य,मेंहदावल बीएमएम संतोष यादव धीरेंद्र त्रिपाठी सहित रीता, सीमा उर्मिला, सहनाज खातून, माधुरी मिश्रा, स्वेता, रोहिनी, गीता, गंगोत्री पांडेय आदि अनेको समूह की महिलाओं ने सहभाग किया।
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