रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज के सरयू तट पर पुलिस ने कांवरियों को रोकने के लिए सुरक्षा का जाल बिछा दिया। सरयू घाट तक जाने वाले सभी मार्गों को बल्ली और बांस के सहारे बंद करके भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जिससे एक भी कांवरिया सरयू घाट तक पहुंचने ना पाए। जिलाधिकारी मार्कंडेय शाही द्वारा कोरोना महामारी के मद्देनजर विभिन्न शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए जल भरने के लिए आने वाले करीब 10 लाख कांवरियों को रोकने के लिए मेले के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इसके अलावा जिले के कई शिव मंदिरों के महंत द्वारा मंदिर के कपाट बंद होने का फरमान जारी किया गया। जिसको लेकर मंगलवार की शाम अपर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस क्षेत्राधिकारी व प्रभारी निरीक्षक के साथ करनैलगंज के सरयू घाट का निरीक्षण किया और बैरिकेडिंग कर सरयू नदी में स्नान करने वाले लोगों व कांवरियों को रोकने की सख्त हिदायत दी। जिस पर पुलिस ने सरयू घाट पर कड़ा पहरा लगाते हुए घाट तक पहुंचने वाले सभी मार्गों को सील कर दिया और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। जिससे कोई भी कांवरिया सरयू घाट तक न पहुंचने पाए। उल्लेखनीय है कि कजरी तीज गुरुवार को है और उसके 1 दिन पूर्व सरयू घाट पर करीब 10 लाख से अधिक कांवरियों के जुटने की संभावना थी। जिस पर प्रशासन द्वारा कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत मेले के आयोजन पर रोक लगा दी गई। सरयू घाट पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई और कांवरियों को आने से पूरी तरह रोक दिया गया। इस वर्ष भी जिले का सबसे बड़ा मेला कोरोना की भेंट चढ़ गया। उपजिलाधिकारी हीरालाल ने भी सरयू घाट का निरीक्षण किया। सरयू घाट पर कोतवाल प्रदीप कुमार सिंह भारी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ मौजूद रहे।
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