रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। क्या आगामी बृहस्पतिवार को पड़ने वाले कजरी तीज पर्व के मद्देनजर करनैलगंज के सरयू घाट पर लगने वाले मेले में आने वाले 10 लाख कांवरियों की भीड़ छूटेगी या नहीं? इसको लेकर ऊहापोह की स्थिति बरकरार है। प्रशासन ने इस संबंध में अभी तक अपना पत्ता नहीं खोला है और कांवरियों की भीड़ 8 सितंबर बुधवार को सरयू घाट पर जुटने की संभावना प्रबल हो गई है। जैसा कि जिले का सबसे बड़ा मेला करनैलगंज के सरयू घाट पर कजरी तीज पर्व को लेकर लगता है। जहां कजरी तीज के 1 दिन पूर्व करीब 10 लाख कांवरिया दूरदराज जिलों से आकर स्नान करते हैं व जल भरकर विभिन्न शिव मंदिरों दुखहरण नाथ महादेव मंदिर गोंडा, लोधेश्वर नाथ महादेव मंदिर रामनगर, पृथ्वी नाथ महादेव मंदिर खरगूपुर, वनखण्डी नाथ महादेव मंदिर करनैलगंज में जलाभिषेक के लिए ले जाते हैं। इतने बड़े पर्व को लेकर प्रशासन द्वारा अब तक सरयू घाट पर किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है और न ही प्रशासन ने भीड़ जुटने या मेला न लगने के संबंध में कोई गाइडलाइन ही जारी किया है। शासन स्तर से भी इस मेले को लेकर किसी प्रकार का कोई आदेश निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है और सरयू घाट पर पूर्व में मेले के 2 सप्ताह पहले से ही व्यवस्थाएं शुरू हो जाती थी। वह व्यवस्थाएं भी नहीं की गई हैं। जिससे सरयू घाट पर स्नान कर जल भरने वाले कांवरियों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। और कांवरिया ससंकित हैं कि मेला होगा या नहीं। हालांकि पुलिस या प्रशासन की तरफ से कोई भी तैयारियां अब तक नहीं की गई है।
उधर जिलाधिकारी मारकंडेय शाही ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत इतनी अधिक संख्या में भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाएगी और इसके संबंध में शीघ्र ही आदेश जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग सरयू से जल भरने के बजाय अपने अपने घरों एवं आसपास के मंदिरों में ही पूजन अर्चन करें और जलाभिषेक करें। इसके लिए गाइडलाइन एवं निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
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