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प्रतापगढ़:शिक्षकों के हितों का संरक्षण न कर सरकार अपना रही है दमनकारी नीति :विनय सिंह

विभिन्न मांगों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ 14 सितंबर को बीआरसी  पर करेगा धरना, प्रदर्शन

आयोजित बैठक में पदाधिकारियों ने लिया निर्णय

एस के शुक्ला

प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में 14 सितंबर को सभी बीआरसी पर विशाल धरना का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिला अध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक का आयोजन बुधवार को किया गया। बैठक में जिला अध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल ने कहा कि उत्तर प्रदेश  बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक,विशेष शिक्षक, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षक विभाग की उत्पीड़नात्मक कार्यवाही से त्रस्त है। प्रदेश के बेसिक शिक्षकों की पुरानी पेंशन,व सवा लाख विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के पद समाप्त कर दिए गए। पिछले 5 साल से किसी भी शिक्षक की पदोन्नत नहीं की गई है। बेसिक शिक्षकों को मोबाइल अथवा लैपटॉप तथा इंटरनेट सुविधा दिए बिना ही ऑनलाइन कार्य करने को बाध्य किया जा रहा है। शिक्षा मित्रों को शिक्षक के पद से हटाकर शिक्षामित्र बना दिया तथा अनुदेशकों का मानदेय 17000 से घटाकर 7000 कर दिया गया। विद्यालय में विशेष शिक्षक एवं रसोइया आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षक योग्यता होते हुए भी स्थाई शिक्षक का वेतन नही पा रहे हैं।ज्ञापन देने के बावजूद भी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा है।प्रदेश में गत एक वर्ष पांच माह से लगातार एस्मा लगाकर शिक्षक और कर्मचारी संगठनों को आंदोलन करने से रोका जा रहा है।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के उपरोक्त वर्णित शिक्षक बंधुओं की समस्याओं से संबंधित 21 सूत्रीय ज्ञापन सरकार को भेजकर समस्याओं के निराकरण की मांग की, किंतु मांगे नहीं माने जाने के कारण उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने 14 सितंबर 2021 को सभी बीआरसी केंद्रों पर विशाल धरने का आयोजन किया है।आंदोलन के प्रथम चरण में ट्विटर पर अभियान चलाकर अपनी मांगों के समर्थन में 10 लाख ट्वीट करके आंदोलन का शंखनाद किया। संघ के जिला मंत्री विनय सिंह ने कहा की मांगे न मानने के कारण संगठन धरना प्रदर्शन के द्वारा शिक्षकों की शक्ति का आभास शासन को कराएगा।अगर शासन ने हमारी मांगे अभी भी नहीं मांगी तो 14 सितंबर के धरने के बाद भी आंदोलन को  व्यापक रूप में विश्वास देते हैं सरकार के विरुद्ध संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों के हितों का संरक्षण नहीं कर रही है और दमनकारी नीति अपना रही है, यह  कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश पांडेय ने शिक्षकों का आह्वान किया कि अपने अधिकारों के लिए संघर्ष की आवश्यकता है। आज अनेक मांगे लंबित हैं चाहे प्रमोशन हो या अन्य प्रकार की मांग ,शासन को हमारी मांगे पूरी करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाना ही चाहिए। समीक्षा बैठक में प्रभाशंकर पांडेय, मानवेंद्र द्विवेदी, राजेश पांडेय,रामानंद मिश्र,अजीत कुमार, पंकज तिवारी, सुधीर सिंह,राकेश सिंह,प्रभाकर सिंह,

आदि उपस्थित रहे।

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