गोण्डा: जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी स्कूलों में हुए 96 लाख रुपये के घोटाले में घिरे गोंडा प्रभारी बीएसए को पद से कार्यमुक्त कर जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार को प्रभारी बीएसए का चार्ज सौपा है।
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बताते चलें कि कस्तूरबा स्कूलों में हुए 9600000 रुपए के घोटाले के मामले में डीसी बालिका ने घोटाले की जांच रिपोर्ट पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि जब वित्तीय मामलों से उनका कोई सरोकार नहीं है और ना ही उन्होंने किसी बिल पर हस्ताक्षर किया है फिर बाघ घोटालों की दोषी कैसे हो सकती हैं इसके साथ के तौर पर उन्होंने उस बिल की कॉपी को मीडिया के सामने पेश किया था जिसके जरिए भुगतान किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें जानबूझकर प्रभारी बीएसए गोंडा फंसाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा था कि प्रभारी शिक्षा अधिकारी विनय मोहन वन सीधे तौर पर घोटाले के दोषी हैं बीएससी व सहायक वित्त लेखाधिकारी के ज्वाइंट अकाउंट से भुगतान किया गया है इस भुगतान से उनका कोई लेना देना नहीं है और ना ही किसी बिल पर उन्होंने हस्ताक्षर किया है।
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जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रजनी श्रीवास्तव ने प्रभारी बेसिक शिक्षा अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा था कि महिलाओं का शोषण करने के अलावा और कुछ नहीं किया है आरोप लगाया था कि विनय मोहन वन की मूल तैनाती बलरामपुर डायट के वाइस प्रिंसिपल पद पर है। इसके अलावा उन्हें डायट प्राचार्य बलरामपुर गोंडा का अतिरिक्त प्रभार मिला हुआ है देवीपाटन मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक का प्रभार उनके पास है गोंडा के प्रभारी बीएसए का चार्ज भी उन्हीं के पास है । जिस व्यक्ति के पास इतने चार्ज हो उससे एक अकेली महिला कैसे लड़ सकती है।
डीएम मार्कण्डेय शाही ने प्रभारी बीएसए विनय मोहन वन को पद से कार्यमुक्त करने व उनके जगह DIOS राकेश कुमार को प्रभारी बीएसए चार्ज देना का आदेश जारी किया|
इन गम्भीर घोटाले में घिरे गोंडा प्रभारी बीएसए ने पद से कार्यमुक्त करने के लिए पत्र लिखा था । जिस पर गोंडा डीएम मार्कण्डेय शाही ने प्रभारी बीएसए गोंडा के पद से विनय मोहन वन को कार्यमुक्त कर गोंडा डीआईओएस राकेश कुमार को प्रभार सौप दिया है।
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