वासुदेव यादव
अयोध्या: जनपद के बीकापुर सीएचसी में तैनात अधीक्षक की तानाशाही से जहां मरीजों को दवाई नहीं मिल पा रही हैं वही डॉक्टर बाहर की भी दवा लिख रहे हैं अधीक्षक का कहना है कि मीडिया को यदि कोई जानकारी करना है तो मुझसे करें वरना 2:00 बजे के बाद अस्पताल में प्रवेश करें इस तरह के कर्मचारी मीडिया पर दबाव बनाएंगे तो अस्पताल तो क्या जगह जगह भ्रष्टाचार का अंबार लग जाएगा वैसे ही सुर्खियों में बीकापुर सीएचसी हमेशा बना रहा है जब से बीकापुर सीएससी में अब्दुल हमीद अंसारी अधीक्षक बन कर आए हैं तब से ना तो मरीजों को सही दवा उपलब्ध हो पा रही है और ना ही कर्मचारी अपना सही ढंग से कार्य कर पा रहे हैं बताते चलें कि कोछा बाजार में अधीक्षक के पद पर तैनात डॉक्टर एसके मौर्य को बीकापुर सीएचसी में बुला लिया गया जिससे कोछा बाजार का ओपीडी तक बंद है। बीकापुर सीएचसी अधीक्षक का यह भी कहना है कि जब कोई डॉक्टर आएगा तो पूछा बाजार में ओपीडी का काम किया जाएगा उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मियों को किसी से कुछ पूछना है तो सिर्फ मुझसे पूछे अनावश्यक भीड़ ना लगाएं सीएससी अधीक्षक को यह नहीं पता है कि पत्रकार भीड़ का हिस्सा नहीं होता है लेकिन वह कुछ भी कह सकते हैं क्योंकि उनके अंदर आदर सम्मान मान मर्यादा सब मात्र कुछ चंद लोगों के लिए है। इस समय क्रोरोना टीकाकरण चल रहा है बिना मास के के ही लोग हॉस्पिटल में घूम रहे हैं टीकाकरण के लिए लोग कई दिनों का चक्कर लगाते हैं तब कहीं टीकाकरण हो पाता है यह अधीक्षक का कारनामा। मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए बीकापुर तहसील में स्थित सीएचसी बीकापुर के अधीक्षक अब्दुल हामिद अंसारी से अनुमति लेनी अनिवार्य होगी अन्यथा मीडिया भी अस्पताल के बारे में जानकारी पाने के बजाय झूठी जानकारी से अवगत हो जाए और वही चैनल पोर्टल पेपर अखबार आदि में छप जाए। यही नहीं छोटी मोटी हल्क बीमारी में भी बीकापुर सीएससी के अधीक्षक ने फरमान जारी कर दिया है कि सीधा रिफर कर दो लिपट कर देना यहां की परंपरा बन गई है लोग सीएससी बीकापुर आने से हिच किचाने लगे हैं। ऐसी बीकापुर हॉस्पिटल में महीना भर में कम से कम दो चार मौतें तो हो ही जाती हैं कहीं इलाज के अभाव में तो कहीं डॉक्टर के अभाव में अधीक्षक महोदय दिनभर मरीजों को देखने के बजाय सीएचसी का निरीक्षण करते रहते हैं।
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