गिरवर सिंह
झांसी के मऊ रानीपुर थाना के एक गांव का मामला है जहां पर एक गरीब परिवार की नाबालिग दलित बेटी के साथ हुए दुष्कर्म का है जहां पर पीड़ित किशोरी के पिता ने क्षेत्राधिकारी को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुए बताया गांव के ही 3 लोगों ने मिलकर उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया है
चौदह वर्षीय पीड़ित किशोरी ने सी ओ कार्यालय पर पत्रकारों के सामने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उसके साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म किया है इसके बाद भी पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
पुलिस ने पीड़ित किशोरी और उसके पिता को थाने के अंदर एक कमरे में बुलाकर दूसरा वीडियो बनाया जिसमें पीड़ित किशोरी से एक महिला पुलिस बात करती सुनाई दे रही लेकिन महिला पुलिस का चेहरा विडियो में दिखाई नहीं दे रहा। दूसरे वीडियो पुलिस के एक दरोगा पीड़ित और उसके पिता से पूछताछ करते सुनाई दे रहे लेकिन उनका भी चेहरा दिखाई नहीं दिया बिडियो में यदि पीड़ित ने जो बताया ओर बह सही है तो महिला पुलिस ओर दरोगा जी विडियो में सामने क्यों नहीं आए यही से पुलिस की कार्य शेली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए नगर और क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सूत्रों की माने तो मऊरानीपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं । लोगो का मानना है पीड़ित किशोरी का मेडिकल कराया जाना जरूरी था जिसकी रिपोर्ट आने पर पुरे मामले की सत्यता सामने आ जाती।ओर पता चल जाता कि किशोरी के साथ दुष्कर्म हुआ या नहीं। यदि किशोरी ओर उसके पिता द्वारा पुलिस क्षेत्राधिकारी को दिया आवेदन और बयान गलत है तो पुलिस ने किशोरी सहित उसके परिजनों के खिलाफ कार्यवाही अमल में न लाना भी पुलिस पर सबालिया निशान है।मऊरानीपुर पुलिस कहीं ना कहीं सवालों के घेरे में नजर आ रही है
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