एनईपी 2020 के अन्तर्गत स्कूलों में संचालित होंगी प्री प्राईमरी कक्षाएं
डायट प्राचार्य व बीएसए ने प्रशिक्षण में शिक्षकों को किया संबोधित
सुनील उपाध्याय
बस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जनपद के सभी न्याय पंचायतो के चयनित 140 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत स्कूल रेडिनेस पाठ्यक्रम हेतु प्रशिक्षण दिया गया। चार बैचों के प्रशिक्षण का समापन मंगलवार को हुआ। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के प्रत्येक न्याय पंचायत से एक-एक कुल 140 शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर ले रूप में प्रशिक्षित किया गया।
मंगलवार को समापन सत्र में कार्यक्रम में डायट प्राचार्य कृपा शंकर वर्मा, बीएसए जगदीश शुक्ल व जिला समन्वयक सुनील त्रिपाठी ने सम्बोधित किया। शिक्षकों को इस कार्यक्रम की महत्ता बताते हुए कहा कि अब प्री प्राईमरी शिक्षा को अभियान चलाकर हर बच्चे तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में इस बात पर पूरा जोर है कि बच्चों को गतिविधि आधारित लर्निंग व करके सीखने पर विशेष जोर दिया जाए। शिक्षको को इसे जमीन पर उतारने कार्य करना है। प्रशिक्षक इस कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि बच्चों के लिए प्री प्राईमरी इसलिए बहुत जरूरी है कि जब वह औपचारिक रूप से कक्षा एक मे अपनी पढ़ाई की शुरुआत करें तो पहले से ही मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार रहें।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए जनपद स्तरीय प्री प्राइमरी कार्यक्रम सञ्चालन समिति के सदस्य व प्रशिक्षक एसआरजी डॉ सर्वेष्ट मिश्र ने जनपद में संचालित होने जा रहे स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम की पूरी जानकारी दी। उन्होंने इस कार्यक्रम के सञ्चालन हेतु स्कूल, छात्र, शिक्षक व अभिभावको की तैयारी, आंगनबाडी व स्कूल के बीच समन्वय आदि के बारे में पॉवर पॉइंट प्रस्तुति व वीडियोज के माध्यम से जानकारी दी। प्रशिक्षक व डायट प्रवक्ता शशि दर्शन त्रिपाठी ने बच्चो के आरंभिक भाषा, गणितीय कौशल विकास व लर्निंग आउटकम की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्या प्रवेश योजना व बाल बाटिका योजना व संयुक्त गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रतिभागी शिक्षको से उनकी समस्यायों व अनुभवों पर फीडबैक भी लिए गए। तकनीकी सहयोग विमल आनंद व एआरपी राकेश पांडेय ने दिया। कार्यक्रम में सत्या पांडे, बब्बन पांडेय, प्रदीप कुमार, सहित अन्य उपस्थित रहे।
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