वासुदेव यादव
अयोध्या। गोला बाजार स्थित सीताकांत सदन के पूर्व आचार्य महंत महावीरशरण महाराज की 30वीं पुण्यतिथि आज बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
इस दौरान मंदिर में विशेष पूजन अर्चन का आयोजन हुआ। इसके उपरांत साकेतवासी महंत महावीरशरण के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए अयोध्या के संतों महंतों ने उन्हें यादकर व नम्नांजलि अर्पित की।
इस मंदिर के वर्तमान महन्त रामानुज शरण 'ब्रह्मचारी' महराज ने बताया कि वे गवैया संत थे। मठ मंदिरों में गीत संगीत गाया करते थे। वे निर्मल छवि के अच्छे संत रहे। उनकी कृपा सभी भक्तों पर रही। वह सदैव भक्ति मार्ग पर चले और अपने शिष्यो को भी सदमार्ग प्रदान किए। वे इस मंदिर के संस्थापक रहें। इस दौरान विराट भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें कोविड-19 का अनुपालन हुआ। यहां भंडारे में आए संत महंत आदि का मंदिर के महंत रामानुज शरण ब्रह्मचारी महराज ने दक्षिणा आदि भेँटकर स्वागत सम्मान किए।
इस कार्यक्रम में अधिकारी राजकुमारदास, महंत मैथिलीरमणशरण, महंत सत्येंद्रदास वेदांती, महंत राजीवलोचनसरण, महंत बैदेही बल्लशरण, महंत राममिलनशरण, महन्त अर्जुनदास, प्रीतू दास, रविदास, कविराजदास, पहलवान अभयदास, महन्त उत्तमदास, डॉ. संतोष पांडेय, महंत अवधेश कुमारदास, महंत रामकुमारदास, महंत वीरेंद्रदासदास, महंत रामप्रवेशदास, महंत जनमेजयशरण, महन्त उद्धवशरण, महन्त गणेशानंददास, महन्त रामभूषणदास कृपालु, महन्त अंजनीशरण व महन्त छोटूशरण सहित अन्य संत महंत आदि शामिल रहे।
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