स्वस्थ बच्चे ही बना सकते हैं देश का बेहतर भविष्य - सीडीओ
27 अगस्त तक 2.13 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी विटामिन ‘ए’ की खुराक
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। जिले में बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्रा द्वारा बच्चों को विटामिन ‘ए’ के की खुराक पिलाकर बुधवार को किया गया। सीएमओ डॉ. इन्द्रविजय विश्वकर्मा के निर्देशन तथा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस रहमान की अध्यक्षता में आयोजित यह कार्यक्रम आगामी 27 अगस्त तक चलेगा, जिसमें 2.13 लाख बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक दी जाएगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्रा ने कहा कि जन-जन को स्वास्थ्य सुविधाओं से आच्छादित करने के लिए सरकार पूरी तरह से संकल्पित है। बच्चों को विभिन्न बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए मिशन इन्द्रधनुष से लेकर आयुष्मान, संचारी रोग अभियान के साथ ही अन्य अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं । इन जनोपयोगी योजनाओं का लाभ सभी को मिलना चाहिए। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस रहमान ने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह विटामिन ए सम्पूर्णन कार्यक्रम को आगामी 27 अगस्त तक पूरा करके शासन को रिपोर्ट भेज देनी है। जून 2019 में चले अभियान के दौरान कुल 93.83 प्रतिशत बच्चों को बिटामिन ए की खुराक दी गई थी। इस बार इस लक्ष्य को अधिक से अधिक पूरा करने में सभी कर्मी मनोयोग से जुटें।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबन्धक विनीत श्रीवास्तव, एपीडेमियोलाजिस्ट (महामारी रोग विशेषज्ञ), बीपीएम अभय त्रिपाठी, बीसीपीएम महेन्द्र त्रिपाठी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस. डी. ओझा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
ये होगी विटामिन ए की डोज
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस रहमान ने बताया कि विटामिन ए की खुराक जिले के नौ माह से पांच साल तक के बच्चों को दी जाएगी। नौ माह से पांच साल तक के कुल 2.1 लाख बच्चे जनपद में हैं। इनमें से नौ माह से 12 माह तक के 12447 बच्चे हैं, इन्हें आधा चम्मच अर्थात एक मिली लीटर घोल दिया जाएगा। जबकि एक से दो वर्ष के कुल 53519 बच्चे हैं, जिन्हें दो एमएल अर्थात एक चम्मच बिटामिन का घोल दिया जाएगा। वहीं दो वर्ष से पांच वर्ष तक के कुल 1.47 लाख बच्चे हैं, जिन्हें एक पूरा चम्मच अर्थात 2 एमएल का घोल दिया जाएगा। कुल 2070 सत्र चलाए जाएंगे।
विटामिन ए से होता है लाभ
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आर. पी. राय ने बताया कि विटामिन ए से बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है, रतौंधी रोग से बचाव होता है, कुपोषण से बचाव होता है। मानसिक दिव्यांगता में कमी आती है। एक साल में दो बार विटामिन ए की खुराक लेने से सभी कारणों से होने वाली मृत्यु में 23 प्रतिशत कमी, खसरे के कारण होने वाली मृत्यु में 50 प्रतिशत कमी तथा अतिसार रोग के कारण होने वाली मृत्यु में 33 प्रतिशत की कमी आती है।
सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए तैनात हुए अधिकारी
बाल स्वास्थ्य पोषण माह के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारियों की तैनाती की गई है। मेंहदावल में एसीएमओ डॉ. मोहन झा, नाथनगर में डीपीएम विनीत श्रीवास्तव, सेमरियांवा में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एस. डी. ओझा व डीसीपी आयुष्मान भारत योजना डॉ. जन्मेजय सिंह, बघौली में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस. रहमान, बेलहर में डीसी प्रधानमन्त्री मातृ वन्दना योजना सुमन शुक्ला, हैसर में डीसीपीएम संजीव कुमार सिंह, पौली में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य के जिला समन्वयक दीनदयाल वर्मा, नगरीय क्षेत्र में अरबन कोआर्डिनेटर सुरजीत सिंह तथा सांथा में जिला क्वालिटी मैनेजर अबू बकर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये अधिकारी रोज इसकी रिपोर्ट सीएमओ को सौंपेगे ।
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