गिरवर सिंह
खबर उत्तर प्रदेश के झाँसी से है, जहां नसबंदी कराने के बाद भी गर्भवती होने पर एक महिला द्वारा लगाए गए तमाम आरोपों पर चिकित्सक ने पलटवार करते हुए महिला के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इस संबंध में डॉक्टर टीना साहू ने बताया कि बरुआपुरा में रहने वाली जय श्री की नसबंदी आशा कार्यकत्री के जरिए उनके हॉस्पिटल में हुई थी।
उनका हॉस्पिटल हौसला योजना के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध है। नसबंदी के मामलों में कई बार 1-2 केस ऐसे भी हो जाते हैं, जो फेल्योर हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि उक्त महिला उनके पास आई थी। पूरी बात जानने के बाद जब उसने उक्त महिला से कागजात मांगे तो वह कोई कागजात नहीं दिखा सकी। इस पर उसे यह भी बताया गया कि वह सीएमओ कार्यालय में जाकर अपना केस दर्ज करा दे, ताकि सरकार से मिलने वाला लाभ उसे मिल सके। डॉक्टर टीना के अनुसार महिला द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। चिकित्सक के अनुसार महिला द्वारा उन्हें तथा उनके हॉस्पिटल की साख को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
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