प्रतापगढ़:छात्र राजनीति से ही लगातार मजलूमो ,वंचितोऔर शोसितो के लिये लडाई लडने वाले बेल्हा की मिट्टी के लाल पूवऀ छात्र नेता अभिषेक तिवारी अब मुख्य राजनीति का हिस्सा बनकर वषाऀ से चली आ रही जाति और अवसर वादी राजनीति के मिथक को तोडकर एक ऐसी आदशिऀता स्थापित करना चाहते है जिसमें आम जनमानस ये महसूस करे लोकतंत्र मे एक नेता/जनप्रतिनिधि का रोल ऐसा ही होना चाहिए || वाम पंथी छात्र संगठन एस एफ आई से अपने छात्र राजनीति की शुरूवात करने वाले काo अभिषेक तिवारी संगठन मे पहले पॖतापगढ के जिला सचिव ,फिर पॖदेश अध्यक्ष चुने गये | छात्र राजनीति के बाद कई राजनैतिक दल उन्हें अपने साथ लेना चाहते थे किन्तु समाजवादी विचार धारा के चलते समाजवादी पाटीऀ ज्वाइन की और अनवरत कायऀ कर रहे है ||
उत्तर पॖदेश भर मे चचिऀत किन्तु सबसे पिछडे जिलो मे शुमार जनपद पॖतापगढ उद्योग विहीन बेकारी ,बेरोजगारी और यहा के बयानबीर जनप्रतिनिधियों के लचर राजनैतिक इच्छा शक्ति के कारण आज भी सिफऀ खोखले राजनैतिक वादो की भेंट चढा हुआ ||चुनावी मौसमो मे जाति /धमऀ का डंका पीट पीट कर राजनैतिक पाटिऀया अपने अपने उम्मीदवारो को जितवाने भर तक सकिॖय दिखती है ,उसके बाद वही मुद्दे दर दर फिर भटकते फिरते है || जनता के मुद्दे फिर जनता की ही गलियो मे जस के तस रह जाते है ||इन्ही सब मिथक को तोडने के लिये जनपद का आम जनमानस काo अभिषेक तिवारी की तरफ एक उम्मीद भरी नजरो से देख रहा है कि जमीनी हकीकतो समझने परखने और उन्हें इन समस्याओं से छुटकारा दिलवाने वाला जनप्रतिनिधि मिल जाय तो क्षेत्र और जिले की तस्वीर बदलते देर नहीं लगेगी ||
संतोष तिवारी लेखक/पत्रकार
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