वासुदेव यादव
अयाेध्या। धर्मनगरी के विद्याकुंड माेहल्ले में स्थित अति प्राचीन चतुर्भुजी मंदिर की महंती बुधवार को आयोजित की गई। इस दौराम शैलेष दास काे महंती व संजय दास को उप महंती साधु समाज द्वारा संयुक्त रूप से साैंपी गई। यहां मंदिर प्रांगण में एक महंताई समाराेह का आयाेजन हुआ। समाराेह में अयाेध्याधाम के संत-महंताें ने रामानंदीय परम्परानुसार शैलेश दास व संजय दास को संयुक्त रूप से कंठी, चद्दर और तिलक देकर महंती की मान्यता प्रदान किया। मंदिर के महंत रहे महामंडलेश्वर सत्यानारायणदास महाराज का कुछ दिन पहले साकेतवास हाे गया था। जिन्हें लाेग याेगीराज पहाड़ी बाबा के उपनाम से भी जानते थे। उनका बुधवार काे त्रयाेदश संस्कार था। पहाड़ी बाबा के निधन से आश्रम की गद्दी रिक्त चल रही थी। जिस पर नये महंत के रूप में शैलेष दास व संजयदास की ताजपाेशी हुई।
इसके अलावा पुजारी संजयदास काे छाेटा महंत बनाया गया। इस माैके पर नये महंत शैलेषदास ने कहा कि वह पूर्वाचार्याें की परम्परा काे आगे बढ़ायेंगे। साथ ही मंदिर के उत्तराेत्तर विकास में कृत-संकल्पित रहेंगे। जबकि उप महंत सजंय दास ने कहा कि पहाड़ी बाबा व्यवहार कुशल एवं भजनानंदी संत थे। उनकी कमी हम लाेगाें काे हमेशा अखरती रहेगी। भविष्य में उस स्थान की भरपाई करना बहुत मुश्किल है। बाबा की यश-कीर्ति सदैव हम सबके साथ रहेगी। आज संत समाज ने मुझे महंती का दायित्व साैंपा है। जिस पर मैं शत-प्रतिशत खरा उतरने का प्रयास करूंगा। मेरे द्वारा ऐसा काेई कार्य नही किया जायेगा, जिससे आश्रम व महंत पद की प्रतिष्ठा पर आंच आए। हमेशा इस पद की गरिमा बनाकर रखूंगा।
इस अवसर पर मणिरामदास छावनी उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास, बड़ाभक्तमाल महंत अवधेशकुमार दास, कनक महल महंत सीताराम दास त्यागी, महामंडलेश्वर सत्यानारायण दास, महंत राजूदास हनुमानगढ़ी, महंत उमेशदास, महंत रामकुमारदास, हनुमत सदन महंत अवधकिशाेर शरण, जानकीकुंज महंत वीरेंद्रदास, महंत माधवदास रामायणी, महंत अजयदास, महंत विवेकआचारी, पुजारी राजू दास, पुजारी रमेशदास, महंत प्रियाप्रीतम शरण, राज दास, हरेंद्र, महंत बलरामशरण, महंत उत्तमदास, महंत रामशरण रामायणी, महंत उद्धवशरण, महंत गणेशानंददास, स्वामी छविरामदास, महंत बालयाेगी रामदास, महंत विनाेददास, काेठारी श्रीमाेहनदास, मुखियाजी, नागा रामलखन दास अधिकारी रामदास, संतदास आदि उपस्थित रहे।
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