जनपद बलरामपुर के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम कांदभारी में स्थापित बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण पूर्वाराम आश्रम के महंत पर उन्हीं के 2 शिष्यों ने उत्पीड़न तथा मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है । पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है ।
जानकारी के अनुसार पूर्वाराम आश्रम भगवान बुद्ध की तपोस्थली जेतवन श्रावस्ती से सटे हुए ग्राम कांदभारी में स्थापित किया गया है । बौद्ध अनुयायियों के लिए इस मठ तथा मठ के अंदर स्थापित भगवान बुध के प्रतिमा का विशेष महत्व है । बताया जा रहा है कि आश्रम के महंत भंते विमल तिस्त की देखरेख में बिहार राज्य की गोपालगंज निवासी दो सगी बहनों शिक्षा ग्रहण कर रही थी । दोनों सगी बहनों में से बड़ी लड़की का कहना है कि उसे भंते विमल तिस्त ने उनके घर जाकर भिक्षु बनाने तथा बौद्ध धर्म की शिक्षा देने के उद्देश्य से यहां लेकर आए थे । पिछले लगभग 8 महीने से वह अपने छोटी बहन के साथ शिक्षा दीक्षा प्राप्त कर रही है। पीड़ित लड़की का कहना है कि पिछले 8 महीने के दौरान कई बार भंते ने उसे प्रताड़ित किया है । यहां तक की उसके साथ अनैतिक कार्य करने का भी प्रयास किया है। कई बार इस प्रकार की घटना से आजिज होकर उसने अपनी पीड़ा को गांव के कुछ वरिष्ठ जनों से शेयर किया, जिसके बाद गांव के ग्राम प्रधान तुलसीराम सहित तमाम लोगों ने आश्रम पहुंचकर भंते विमल पर दबाव बनाया। बड़ी संख्या में ग्रामीण आश्रम को घेर लिए पुलिस को सूचना दी गई । मौके पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए दोनों छात्राओं तथा महंत भंते विमल को कोतवाली लेकर आई । लड़कियों के पिता को दूरभाष पर सूचना दिया गया, जिसके बाद परिजन 9 जून की रात बलरामपुर देहात पहुंचे । परिजनों ने अपने लड़कियों से पूरी स्थिति जानकारी प्राप्त की जिसके बाद घटना की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए पीड़िता ने तहरीर दिया । पुलिस क्षेत्राधिकारी वरुण मिश्रा ने बताया कि पीड़िता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
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