रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। कोरोना लॉकडाउन में सहूलियत तो मिल गई। मगर महामारी का दौर अभी खत्म नही हुआ है। अब लोगों को और अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। यह जानकारी आयुष चिकित्सक डॉ. पूरनचन्द्र मिश्र ने दी है। उन्होंने बताया कि अब लोग आवश्यकतानुसार सभी स्थानों पर जाकर तमाम लोगों के सम्पर्क में आने लगे हैं। जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। अब लोगों को और सतर्क रहकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि रसोंई घर में उपलब्ध दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ या अदरक के साथ गिलोय व गुड़ का काढ़ा सुबह शाम या 24 घण्टे में एक बार सेवन करने व हल्दी वाला ढूध पीकर रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करके महामारी से बचा जा सकता है। इसके अलावा आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करके भी इम्युनिटी बढ़ाकर रोग की चपेट में आने से बचा जा सकता है। अगस्त्य हरीतकी रसायन गुनगुने पानी से, अश्वगंधा चूर्ण 3 से 5 ग्राम दूध के साथ सुबह शाम सेवन करने के साथ ही अणु तेल एक एक बूंद नाक में डालकर महामारी की चपेट में आने से बचा जा सकता है। संक्रमण के लक्षण दिखने पर गर्म पानी का ही सेवन करें। पानी में आवश्यकतानुसार अजवाइन मिलाकर सुबह दोपहर शाम भाप लेना चाहिये। सूखी खांसी आने पर सितोपलादि चूर्ण मधु के साथ लेकर मधुयष्ठी चूर्ण चूसना चाहिये। बुखार आने पर गोदन्ती भष्म 250 मिलीग्राम, संजीवनी बटी दो गोली, त्रिभुवन कीर्ति रस दो गोली, आयुष 64 दो गोली, संशमनी बटी 4 गोली सुबह शाम लेने से बुखार से निजात मिलेगी। साथ ही प्राणायाम, कपाल भाती, अनलोम विलोम करने से त्वरित आराम मिलेगा। उन्होंने कहा किन चीजों का सेवन नही करना चाहिए। ठंढे पानी या अन्य ठंढे पेय पदार्थो का सेवन न करें। इसके सेवन से समस्या बढ़ सकती है।
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