सद्दाम हुसैन
बिहार: मधेपुरा जिला के सभी अंचल व प्रखंडों में कोविड-19 की बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार के गाइड लाइन को फॉलो करते हुए जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा के आदेशानुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थाना अध्यक्ष के द्वारा नियम का पालन करते हुए सभी दुकानदारों का दुकान बंद करवाया जा रहा था उसी दौरान सब्जी विक्रेताओं के द्वारा साजिशन अचानक प्रखंड विकास पदाधिकारी, ड्राइवर एवं कार्यालय के कर्मियों पर जानलेवा हमला किया गया उस हमले में प्रखंड विकास पदाधिकारी के ड्राइवर बुरी तरह घायल हो गए और कार्यालय कर्मी को भी काफी छोटे आई जिसमें की सरकारी वाहन को भी क्षति पहुंचाया गया
उसी दरमियान पुलिस बल के द्वारा भीर को तीतर-बीतर करते हुए आनन-फानन में घायलों को सरकारी अस्पताल लेकर जाया गया। सूत्रों द्वारा पता चला कि आक्रोशित दुकानदारों को पहले से ही साजिश कर भड़काया गया था, गुप्त सूचक के द्वारा पता चला है कि बाबा सिंहेश्वर मेडिकल के संचालक एवं उनके सहयोगियों के द्वारा भीड़ को सजिशन उकसाया गया था। फिर बेकाबू होने के बाद उन्हीं लोगों के द्वारा प्रशासनिक कार्रवाई का हवाला देते हुए भीर को हटाते हुए देखा गया। यह भी बताया जा रहा है कि बाजार जाम के दौरान जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, अनुमंडल पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारीयों का काफिला गुजर रहा था आक्रोशित भीड़ देखते ही प्रशासनिक गाड़ी वहां रुक गई और प्रशासन के द्वारा सभी शरारत तत्वों को समझा-बुझाकर हटा दिया गया था, जैसे ही जिला पदाधिकारी का काफिला आगे की ओर निकल गया उसी दरमियान यह हमला हुआ है.
उसी दरमियान पुलिस बल के द्वारा भीर को तीतर-बीतर करते हुए आनन-फानन में घायलों को सरकारी अस्पताल लेकर जाया गया। सूत्रों द्वारा पता चला कि आक्रोशित दुकानदारों को पहले से ही साजिश कर भड़काया गया था, गुप्त सूचक के द्वारा पता चला है कि बाबा सिंहेश्वर मेडिकल के संचालक एवं उनके सहयोगियों के द्वारा भीड़ को सजिशन उकसाया गया था। फिर बेकाबू होने के बाद उन्हीं लोगों के द्वारा प्रशासनिक कार्रवाई का हवाला देते हुए भीर को हटाते हुए देखा गया। यह भी बताया जा रहा है कि बाजार जाम के दौरान जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, अनुमंडल पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारीयों का काफिला गुजर रहा था आक्रोशित भीड़ देखते ही प्रशासनिक गाड़ी वहां रुक गई और प्रशासन के द्वारा सभी शरारत तत्वों को समझा-बुझाकर हटा दिया गया था, जैसे ही जिला पदाधिकारी का काफिला आगे की ओर निकल गया उसी दरमियान यह हमला हुआ है.
बताते चलें कि यहां कुछ प्रिंट पत्रकारों के द्वारा इस घटना को प्रशासनिक गलतियां दिखाकर दूसरा मोड़ देना चाह रहा है और अफवाह फैलाया जा रहा है, कि प्रशासन के द्वारा सब्जी विक्रेता को मारा गया है जबकि यह दलील बेबुनियाद है. जो कि वहां से ली गई वीडियो रिकॉर्डिंग में साफ जाहिर हो रहा है कि वहां प्रशासन की गाड़ी पर हमला हुआ है। हमला होते हुए कुछ प्रशासनिक कर्मियों के द्वारा वीडियो रिकॉर्डिंग भी किया गया है. उस वीडियो रिकॉर्डिंग में हमलावरों के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी के गाड़ियों और उनके ड्राइवरों पर जानलेवा हमला करते हुए देखा जा रहा है।
बता दे कि घटना मधेपुरा जिले की है. जहां जिला पदाधिकारी के निर्देश से सिंहेश्वर बाजार को बन्द कराने गये थे।
इस घटना में दुकानदारों ने भी बीडीओ के ऊपर हमला कर दिया था. उनकी गाड़ी पर पत्थर मारकर वाहन का शीशा फोड़ दिया. बीडीओ को भी पीटने की कोशिश की गई। बताते चलें कि बिहार में कोरोना महामारी के नए मामले बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. सरकार की ओर से संक्रमण की रोकथाम को लेकर कई उपाए किये जा रहे हैं. सरकार ने नाइट कर्फ्यू का एलान किया है. जिसे प्रशासन को पूरी सख्ती के साथ लागू करने का निर्देश दिया है।
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