अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर में 26 अप्रैल को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सकुशल संपन्न होने के बाद रात्रि लगभग 7:30 बजे थाना तुलसीपुर क्षेत्र के ग्राम बेली खुर्द में पूर्व सांसद रिजवान जहीर तथा कांग्रेस पार्टी के पूर्व यूथ प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर सिंह के समर्थकों में झड़प हो गई । घटना में रिजवान जहीर के समर्थकों ने दीपांकर सिंह की दो लग्जरी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात करा दिया गया। पूरी रात चली कवायद के बाद पूर्व सांसद रिजवान जहीर तथा पूर्व कांग्रेश यूथ ब्रिगेड के पूर्व अध्यक्ष दीपांकर सिंह सहित 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि पूर्व सांसद रिजवान जहीर का लंबा अपराधिक इतिहास है । गुंडा एक्ट हत्या मारपीट व गैंगस्टर सहित 1 दर्जन से अधिक संगीन धाराओं में अलग-अलग थानों में मुकदमा पंजीकृत है । रिजवान जहीर माफिया किस्म के व्यक्ति हैं और राजनीतिक पहुंच की आड़ में अपराधी कृत्यों को अंजाम दिया करते हैं। जिला अधिकारी श्रुति ने बताया कि रिजवान जहीर जैसे आपराधिक इतिहास वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा ।उन्होंने यह भी कहा कि (एनएसए) राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई भी रिजवान जहीर के विरुद्ध की जाएगी । दूसरी ओर दीपांकर सिंह के विरुद्ध भी मारपीट का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। हालांकि इनका कोई अपराधिक इतिहास नहीं है। बता दें कि मामला वर्चस्व की लड़ाई का है। बेली खुर्द रिजवान जहीर के समर्थकों का गांव है और नवानगर जिला पंचायत क्षेत्र से रिजवान जहीर की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हुमा जहीर तथा दीपांकर सिंह की पत्नी अरुणिमा सिंह आमने सामने चुनाव मैदान में थी । मतदान संपन्न हो चुका था, वापस लौटते समय दोनों पक्षों में कहासुनी व मारपीट हुई, जिसमें दीपांकर सिंह की दो लग्जरी गाड़ियों को रिजवान जहीर के समर्थकों ने आग के हवाले कर दिया । पुलिस कड़ी कार्रवाई के मूड में है इसका इशारा पुलिस अधीक्षक तथा जिलाधिकारी दोनों ने दे दिया है ।
रिजवान जहीर ने अपने कैरियर की शुरुआत ही मारपीट तथा गुंडागर्दी से की थी । बाद में उन्होंने दबंगई की छवि के बदौलत तुलसीपुर में ख्याति प्राप्त की और मुस्लिम समुदाय के लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे तथा निर्दलीय विधायक चुने गए । पार्टी बदलने में माहिर रिजवान जहीर को पहली बार समाजवादी पार्टी से सांसद बनने का मौका मिला । बाद में उन्होंने पार्टी छोड़कर बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली और बसपा से भी सांसद रहने का मौका मिला । इसी बीच उन्होंने अपनी पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज कराया । रिजवान जहीर तथा दीपांकर सिंह के साथ रिजवान जहीर के सहयोगी शोएब अहमद, मोहम्मद आदिल, मोहम्मद आसिफ, फिरोज अहमद, रमीज अहमद तथा साजिद को गिरफ्तार किया गया है ।
वहीं दीपांकर सिंह के साथ सुधाकर सिंह, शुभम सिंह व शिवम सिंह को गिरफ्तार किया गया है ।
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