नौ कोल्ड चेन के जरिए मेण्टेन हो रही टीकाकरण की व्यवस्था
जिला वैक्सीन स्टोर में सुरक्षित है कोविड - 19 के टीकों की डोज
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। कोरोना को लेकर टीकाकरण की व्यवस्था में भी जनपद ने बढ़ चढ़कर अपनी भूमिका का निर्वहन किया। जनपद में अभी तक 32504 लोगों को कोविड - 19 का टीका लग चुका है। कोरोना टीके को सुरक्षित रखने के लिए 9 कोल्ड चेन बने हैं। वहीं जिला अस्पताल में 12 लाख रुपए की लागत से जिला वैक्सीन स्टोर का निर्माण कराया गया। हर तरह की सुरक्षा के साथ कोविड टीकाकरण चल रहा है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरगोविन्द सिंह ने बताया कि जिले में कोरोना टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई। शुरुआती दौर में केवल 3 केन्द्रों पर टीकाकरण हुआ लेकिन धीरे धीरे टीकाकर्मियों की संख्या के साथ ही टीकाकरण केन्द्रों की संख्या भी बढ़ाई जा चुकी है। वर्तमान में जनपद में प्रतिदिन टीकाकरण के 34 सत्र जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर पर लगाए जा रहे हैं। प्रथम चरण में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का टीकाकरण किया गया। इसके बाद पुलिस तथा प्रशासन के कोरोना वारियर्स का टीकाकरण किया गया। वर्तमान समय में 60 वर्ष से उपर के बुजुर्गों के साथ ही साथ 45 से 60 वर्ष के गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण पूरी तरह से चाक चौबन्द व्यवस्था में जारी है।
सभी पात्र लगवा ले टीका–डॉ मोहन झा
जनपद में कोविड - 19 के नोडल डॉ मोहन झा ने बताया कि जनपद के 60 साल से उपर के बुजुर्गों के साथ ही 45 वर्ष से ऊपर तथा 60 वर्ष के गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को टीका लगाया जाना है। वे टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर अपना टीकाकरण अवश्य करवा लें। यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है। इसलिए जरुरी है कि इस क्राइटेरिया में आने वाले सभी लोग कोरोना टीकाकरण कराकर सुरक्षित हो जायें।
इविन रखता है वैक्सीन के तापमान पर निगरानी
जिला वैक्सीन मैनेजर ईविन / यूएनडीपी सुशील कुमार मौर्या ने बताया कि कोरोना की वैक्सीन कोवैक्सीन तथा कोविशील्ड दोनों को न्यूनतम 2 से 8 सेण्टीग्रेड के बीच में रखा जाना है। इसके लिए हर कोल्ड चेन स्टोर पर आईएलआर लगाए गए हैं। वहीं कोविड के टीके के प्रतिस्थापन के लिए डीप फ्रीजर की व्यवस्था की गई है। इस डीप फ्रीजर में कोरोना वैक्सीन ले जाने वाले कैरियर में डालने के लिए आइस पैक तैयार किया जाता है। वहीं हर केन्द्र पर ईविन / यूएनडीपी के द्वारा टेम्प्रेचर लागर भी लगाया गया है। ज्यों ही निर्धारित तापमान से कम तापमान होता है, तुरन्त ही जिला वैक्सीन मैनेजर तक इसकी सूचना पहुंच जाती है।
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