पोषण पंचायतों के आयोजनों के साथ-साथ ग्राम स्तर पर होंगे जनजागरूकता के प्रयास
पांच अलग-अलग विभाग होंगे आयोजन के सहभागी, मिलकर करेंगे सहयोग
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। जिले में 31 मार्च तक पोषण पखवाड़े का आयोजन कर विविध गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इस संबंध में राज्य पोषण मिशन के निदेशक कपिल सिंह ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य विकास अधिकारियों को पत्र निर्गत किया है। कार्यक्रमों की श्रंखला में पोषण पंचायतों के आयोजन के साथ-साथ ग्राम स्तर पर जनजागरूकता के प्रयास होंगे। इन कार्यक्रमों में पांच अलग-अलग विभाग आपसी समन्वय के साथ प्रतिभाग करेंगे। आकांक्षी जनपदों के लिए विशेष कार्यक्रम का दिशा-निर्देश है।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विजयश्री ने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान उनके विभाग द्वारा 22 मार्च को फूड एंड न्यूट्रिशन फारेस्ट्री एंड प्लांटेशन सम्मेलन, जबकि 27 व 28 मार्च को पोषण के पांच सूत्र और 29 एवं 30 मार्च को रेसिपी प्रतियोगिता के साथ-साथ मातृ समिति की चर्चा जैसे आयोजन किये जाने हैं। बाकी गतिविधियां पंचायती राज्य एवं ग्राम्य विकास विभाग, आयुष विभाग, उद्यान विभाग और नेशनल सीड्स कार्पोरेशन लिमिटेड के स्तर से होनी हैं। उन्होंने बताया कि पोषण के पांच सूत्र कार्यक्रम के तहत एनीमिया, डायरिया, हैंडवॉश, स्वच्छता और पौष्टिक आहार के संबंध में जनजागरूकता फैलायी जाएगी। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्वच्छ पेयजल और हैंडवॉश के बारे में विशेष तौर से जानकारी दी जाएगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 29 और 30 मार्च को जिले की सभी मातृ समितियों की बैठक में पोषण पर चर्चा होगी। साग-सब्जियों की रेसिपी से जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इनका आयोजन जनपद और ब्लॉक स्तर पर होगा। उन्होंने बताया कि आयोजनों के लिए तैयारी करने के लिए सभी संबंधित को दिशा-निर्देशित किया जा चुका है। सभी गतिविधियां कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के साथ आयोजित करवायी जानी हैं।
यह गतिविधियां होंगी हिस्सा
शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के अनुसार पोषण पखवाड़े के तहत आयुष व पंचायती राज एवं ग्राम विकास विभाग पोषण पर जनसंबोधन, पंचायती राज विभाग द्वारा पोषण पंचायत, आयुष विभाग विभाग द्वारा स्वास्थ्य हेतु आयुष, योग सत्र, उद्यान एवं नेशनल सीड्स कार्पोरेशन द्वारा पोषण वाटिका और आयुष विभाग द्वारा आयुष एप्लीकेशन फॉर न्यूट्रिशनल सपोर्ट जैसी गतिविधियों का आयोजन किये जाने का सुझाव दिया गया है।
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