एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। संस्कारों की नींव पर प्रतिभा का भवन खड़ा हो सकता है। बशर्ते लगन और समर्पण हो..। बाल भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर इसी को सार्थक करने का प्रयास कर रहें हैं। कोरोना काल के करीब एक वर्ष बाद अजीत नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर का कपाट खुला तो बगिया के फूल एक बार फिर से खिल उठे। प्रथम दिन विद्यालय आने वाले बच्चों के स्वागत में फूल बरसाये गये। माथे पर अक्षत और रोली का चंदन लगाकर उनका अभिनंदन किया गया इस कार्य में विद्यालय के स्टाफ और अभिभावक भी लगे रहे। अर्से बाद विद्यालय में चहल पहल लौटी तो शैक्षणिक माहौल बनता दिखाई दिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य गजराम मौर्य स्टाफ के साथ गेट पर आने वाले बच्चों की अगवानी करते नजर आए। इस मौके पर विद्यालय के प्रबंधक संजीव आहूजा ने बच्चों के साथ साथ अभिभावकों का स्वागत किया। उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि करोना की गाइडलाइन का पालन करते हुए विद्यालय की कक्षाओं का संचालन होगा। उन्होंने इसमें अभिभावकों से अपेक्षित सहयोग मांगा है।
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