ए. आर. उस्मानी
गोण्डा। कुरआन पाक से 26 आयतों को हटवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका को लेकर शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का जिले में विरोध तेज हो गया है। दरबारे आलिया मीनाइया के सज्जादा नशीन हज़रत शाह जमाल मीना ने करोड़ों मुसलमानों के मजहबी जज्बातों से खिलवाड़ का आरोप लगाते हुए वसीम रिजवी के खिलाफ कड़ी करवाई की मांग की है।
बताते चलें कि वसीम रिजवी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि कुरआन की 26 आयतें आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं। दरबारे आलिया मीनाइया के सज्जादानशीन ने कहा इस याचिका के जरिए देश-दुनिया के मुसलमानों के जज्बात को भड़काया गया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से याचिका को खारिज करने की अपील की है। अन्य मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना मुज़ककिर, मौलाना निसार अहमद मीनाई, मौलाना मुकीम ने भी वसीम रिजवी पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है।
डॉक्टर लायक अली ने कहा कि कुरान-ए-पाक अल्लाह की सबसे पवित्र किताब है। क़ुरान किसी इंसान पर नहीं, बल्कि पैगम्बर मोहम्मद साहब पर नाजिल (अवतरित) किया गया है। 26 आयतों को तो छोड़ दीजिए, क़ुरान-ए-पाक से एक हर्फ़, जेर, जबर की तब्दीली कोई नहीं कर सकता। डॉ. लायक ने उम्मीद जताई है कि यह याचिका खारिज कर दी जाएगी। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी वीर बहादुर यादव को दिया गया। उप जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि ज्ञापन जिलाधिकारी के द्वारा राष्ट्रपति तक जरूर भेजा जाएगा।
इस मौके पर पूर्व चेयरमैन कमरुद्दीन, मौलाना अनीस, मौलाना अरशद, क़ारी रफ़ीक़ आलम मीनाई, वली मोहम्मद खान, आज़म कुरैशी, शाहिद कुरैशी, सोनू राइनी, मेहंदी रज़ा खान, हाजी एहसान, हाजी हाशिम अली, शाहनवाज़ खान, शोएब मीनाई, इशरत अजीज खान आदि मौजूद रहे।
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