एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। सर्वोदय सद्भावना संस्थान द्वारा विगत वर्षों की भांति पूज्य पाद धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी 39 वीं पुण्यतिथि रामानुज आश्रम में मनाई गई। वेद मंत्रों के बीच स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण , दीप प्रज्वलन कर स्वामी जी द्वारा रचित रामायण मीमांसा का पूजन करने के पश्चात ओम प्रकाश पांडेय अनिरुद्ध रामानुज दास ने कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी हमारे सनातन धर्म के प्राण थे।
उन्होंने कहा कि आपने हिंदू धर्म की बहुत सेवा किया आप द्वारा अनेक अद्भुत ग्रंथ लिखे गए जैसे वेदार्थ पारिजात रामायण मीमांसा विचार पियूष मार्क्सवाद और रामराज्य आदि है। स्वामी जी द्वारा धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों में सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो भारत अखंड हो गौ हत्या बंद हो का नारा दिया गया था। इस अवसर पर धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महराज पुस्तक के रचयिता कविवर संगम लाल त्रिपाठी भंवर को अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनील प्रभाकर, सुरेश नारायण दुबे व्योम, शेष नारायण दुबे राही, गंगा प्रसाद पांडेय भावुक, उमाशंकर मिश्रा,राम शिरोमण ओझा, गिरीश दत्त मिश्रा, राकेश सिंह, अवध नारायण शुक्ला,आचार्य कमलेश तिवारी आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए महामानव एवं प्रबल समाज सुधारकों तथा मानवता की प्रतिमूर्ति बताया। भारत सरकार से भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न प्रदान करने की मांग की गई। संचालन डॉ श्याम शंकर शुक्ल श्याम ने किया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ