गर्मियों में संचारी रोगों से बचने के लिए 1 से 31 मार्च तक चलेगा अभियान
10 से 24 मार्च तक एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता देंगी घर घर दस्तक
आलोक कुमार बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। गर्मियों में मच्छरों के प्रकोप तथा बढ़ती गर्मी के दौरान संक्रामक रोगों से बचने के लिए संचारी रोग नियन्त्रण व दस्तक अभियान चलाया जाएगा। 1 से 31 मार्च तक चलने वाले इस अभियान में डेंगू, मलेरिया, डायरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, एईएस तथा अन्य संचारी रोगों से बचाव के प्रति एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लोगों को जागरुक करेंगी। अभियान को लेकर आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि संक्रामक रोगों का कारण मच्छर व गंदगी होता है। खानपान में स्वच्छता की अनदेखी इन बीमारियों को बढ़ावा देती हैं। हर साल ही ये बीमारियां लोगों की सेहत पर धावा बोल देती हैं। ऐसे में समय से बचाव व रोकथाम के उपाय किए जाने जरूरी हैं। ऐसे में संचारी रोग नियन्त्रण अभियान चलाया जाएगा जो मार्च से 31 मार्च तक चलेगा। वहीं दस्तक अभियान 10 मार्च से 24 मार्च तक चलेगा । इस अभियान में विभिन्न विभागों के लोग समन्वय बनाकर कार्य करेंगे। बिंदुवार कार्य की रिपोर्ट सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ - साथ राज्य मुख्यालय पर उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है तथा अर्न्तविभागीय बैठक कर ली गई है।
अभियान के दौरान साफ़ सफाई पर जोर
अभियान में पंचायती राज विभाग, नगर पालिका व नगर पंचायत द्वारा क्षेत्रों में साफ-सफाई, झाड़ियों की कटाई, फागिंग व लार्वारोधी का छिड़काव किया जाएगा। शुद्ध पेयजल के लिए इंडिया मार्का हैंडपंपों को लगवाने व ऐसे हैंडपंप जिनका पेयजल दूषित है, को चिह्नित कर लाल रंग से क्रास लगाया जाएगा।
टीबी रोगियों व कुपोषित बच्चों पर है नजर
10 से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलेगा। टीबी रोगी और कुपोषित बच्चों पर नजर रखी जाएगी। जिन्हें लगातार खांसी आ रही है या वजन घट रहा है उन्हें चिह्नित कर टीबी की जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें इलाज के लिए डाट्स सेंटर भेजा जाएगा। कुपोषित बच्चों को भी खोजकर चिह्नित किया जाएगा तथा उनके इलाज के लिए आवश्यक प्रबन्ध किए जाएंगे। इंसेफेलाइटिस के चलते विकलांग लोगों की सूची भी बनाई जाएगी।
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