एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। सृजना साहित्यिक संस्था द्वारा वयोवृद्ध कवि-साहित्यकार भानुप्रताप त्रिपाठी " मराल " को उनकी विशाल साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उन्हीं के आवास सिविल लाइंस में " साहित्य गौरव सम्मान " से विभूषित किया गया। सृजना के अध्यक्ष डॉ० दयाराम मौर्य 'रत्न' ने मराल का कुशल क्षेम जाना और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। गौरतलब है कि श्री मराल इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं, किन्तु उनका लेखन जारी है। उन्होनें अपनी आत्मकथा सहित दो पुस्तकें दीं। डॉ० रत्न ने स्वलिखित बालकथा संग्रह " परीलोक का भ्रमण " भेंट करते हुए कहा कि श्री मराल साहित्य वट वृक्ष हैं तथा अन्य लेखकों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। एलायंस क्लब इंटरनेशनल के अन्तर्राष्ट्रीय एडवाइजर रोशनलाल ऊमरवैश्य ने कहा कि मराल ने पूरा जीवन साहित्य साधना में बिताया है।इस मौके पर आनन्द मोहन ओझा,श्रीनाथ मौर्य सरस, राजीव कुमार आर्य, राधे श्याम दीवाना आदि मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ