Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

Pratapgarh:औद्योगिक अस्थान सुखपालनगर एवं बीआरसी सुखपालनगर का डीएम ने किया निरीक्षण


एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। औद्योगिक अस्थान सुखपालनगर एवं बीआरसी सुखपालनगर का जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल ने औचक निरीक्षण किया। औद्योगिक अस्थान सुखपालनगर में जिलाधिकारी ने उद्यमियों से औद्योगिक अस्थान में स्थापित यूनिटों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उद्यमियों द्वारा बताया गया कि यहां पर कुल 39 औद्योगिक प्लाट है जिन पर 36 यूनिटों का आवंटन हो चुका है, 15 से 20 इकाईयॉ आंवला, चप्पल निर्माण, मसाला उद्योग एवं अन्य इकाईयॉ कार्यरत है। उक्त अस्थान बलवीरकांछ ग्राम पंचायत अन्तर्गत आता है।
अस्थान में जिलाधिकारी द्वारा पुष्पांजलि ग्रामोद्योग सेवा समिति की इकाई का निरीक्षण भी किया तथा आंवला उत्पाद एवं  इसके विक्रय के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। पुष्पांजलि ग्रामोद्योग के परितोष शुक्ला द्वारा बताया गया कि उनकी यूनिट में आंवले से 15 तरह के उत्पाद बनाये जा रहे, सभी उत्पादों का विक्रय सम्पूर्ण भारत वर्ष में किया जाता है। उद्यमियों द्वारा बताया गया कि यहां पर जल निकासी मुख्य समस्या है तथा इस एरिया के बाउण्ड्री न होने से असुरक्षा बनी रहती है। उपायुक्त उद्योग दिनेश कुमार चौरसिया द्वारा बताया गया कि अस्थान के नाली, सड़क एवं बाउण्ड्री का प्राक्कलन बनाकर धनावंटन हेतु प्रस्ताव शासन को भेजवाया गया है। जिलाधिकारी ने जल निकासी हेतु आवश्यक व्यवस्थायें करने का आश्वासन दिया। पुष्पांजलि यूनिट के सामने खाली स्थान पर गन्दे पानी की निकासी होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की और उद्यमियों से अपेक्षा की कि फैक्ट्रियों से जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जाये तथा पानी के शुद्धीकरण की व्यवस्था सम्बन्धित उद्यमी द्वारा की जानी चाहिये। सार्वजनिक स्थल पर फैक्ट्रियों के गन्दे पानी का निकास राष्ट्रीय पर्यावरण ट्रिव्युनल (एन0जी0टी0) के निर्देशों का उल्लंघन है। जिलाधिकारी ने आंवला उद्यमियों से अपेक्षा करते हुये कहा कि वे आंवला किसानों को उत्तम कोटि का आंवला उत्पादन हेतु प्रोत्साहित करें जिससे किसानों को उचित मूल्य प्राप्त होगा जिससे उनकी आय में भी वृद्धि होगी तथा आंवला उद्यमियों को स्थानीय स्तर पर उत्कृष्ट कोटि का आंवला उपलब्ध हो सकेगा। जिलाधिकारी ने बीआरसी सुखपालनगर  का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीआरसी पर एबीएसए श्रीराम शंकर द्वारा बताया गया कि परिसर में स्थित कम्पोजिट विद्यालय में कक्षा-1 से 8 तक के बच्चें इंग्लिश मीडियम में पढ़ते है। परिसर में पुराने निष्प्रयोज्य विद्यालय इमारतों की शीघ्र ध्वस्तीकरण की कार्यवाही करायी जाये। बीआरसी भवन का निरीक्षण करते हुये जिलाधिकारी ने भवन में टूटे-फुटे कबाड़ रखने एवं भवन की पर्याप्त साफ-सफाई न होने पर नाराजगी जाहिर की और एबीएसए को निर्देशित किया कि भवन का समुचित रख-रखाव सुनिश्चित किया जाये। विद्यालय परिसर में शैक्षणिक परिवेश बनाने हेतु परिसर में वृक्षारोपण कराया जाये तथा साफ-सफाई सुनिश्चित कराये। विद्यालय में छात्रों के कम नामांकन एवं उपस्थिति तथा पठन-पाठन सुचार रूप से संचालन न किये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी विजय कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे