Type Here to Get Search Results !

Bottom Ad

ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में रचनाकारों ने बांधी समा

ए. आर. उस्मानी

लखनऊ। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की उत्तरप्रदेश इकाई द्वारा रविवार को हिंदी साहित्य एवं हिंदी भाषा के विकास के उद्देश्य संग जल संरक्षण, प्रकृति, सामाजिक, महिलाओं के हित, बालिका शिक्षा एवं साहित्यिक विषयों के प्रति जागरूकता हेतु ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।

    काव्य गोष्ठी में रेनुका सिंह, उस्मान ग़नी खान, कुसुम जोशी, राजीव नसीब, शावर भकत 'भवानी', रेनू सिंह, गीता परिहार, मणिबेन द्विवेदी एवं नीरू जैन निरूपमा द्वारा कविताओं एवं गज़लों का पाठ किया गया। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन संस्था की प्रांतीय सचिव रेनुका सिंह ने किया। गोष्ठी का आरंभ सरस्वती वंदना के साथ कवयित्री मणि बेन द्विवेदी द्वारा किया गया। सभी रचनाकारों ने बेहतरीन काव्य पाठ किया। संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक एवं सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार राजीव नसीब की अध्यक्षता में काव्य गोष्ठी संपन्न हुई। संस्था के प्रांतीय मुख्य सलाहकार एवं युवा शायर उस्मान ग़नी खान द्वारा सभी रचनाकारों को सफल काव्य गोष्ठी के उपरांत धन्यवाद ज्ञापित किया गया। जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की संस्थापिका एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष शावर भकत 'भवानी' द्वारा सभी रचनाकारों को सफल समारोह के लिए बधाई संग धन्यवाद ज्ञापित किया गया एवं भविष्य में भी जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था की उत्तरप्रदेश इकाई की प्रांतीय संरक्षक संगीता चेतन चौहान के मार्गदर्शन में काव्य गोष्ठी आयोजित करने की बात बताई गई।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad



 




Below Post Ad

5/vgrid/खबरे