रजनीश / ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। करनैलगंज ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ईसीसीई क्षमता वृद्धि संबंधित चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी करनैलगंज आरपी सिंह व हलधरमऊ शिवकुमार, रुपईडीह के शिक्षा अधिकारी अश्वनी प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करके किया।
ब्लॉक की 40 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 2 बैच बनाकर 20-20 कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण शुरू हुआ। इनको प्रशिक्षण देने के लिए ब्लॉक के एआरपी अनुराग कुमार, प्रशिक्षक राधा देवी, सुनीता सोनी व कलावती सुपरवाइजर द्वारा दिया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा के सार्वभौमीकरण के लिए पूर्व प्राथमिक शिक्षक का बड़ा महत्व है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पूर्व प्राथमिक शिक्षा केंद्रों को सुदृढ़ करने के लिए यह प्रशिक्षण बेहद अहम है। हलधरमऊ के खंड शिक्षा अधिकारी शिवकुमार ने प्रशिक्षण में कहा कि सबसे छोटी कक्षाओं को पढ़ाने का दायित्व सबसे दुष्कर होता है। इसलिए नई शिक्षा नीति में महानिदेशक द्वारा सबसे योग्य शिक्षक को कक्षा एक में पढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और पूर्व प्राथमिक शिक्षा का कार्य और भी दुष्कर होता है इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसका दायित्व सौंपा गया है। जिनकी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। बीईओ अश्वनी प्रताप सिंह ने कहा कि पढ़ना व सीखने के क्रम में बच्चों को सिखाना, सुनना बोलना और पढ़ना एवं लिखने की सीख देना बेहद महत्वपूर्ण होता है। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का योगदान होना आवश्यक है। केंद्रीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में निजी विद्यालय की तरह परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को 3 वर्ष से 5 वर्ष के नर्सरी व केजी की भांति शिक्षा प्रदान की जाएगी। जिससे बच्चों को मुख्यधारा में प्रवेश दिलाना आसान होगा और बच्चों का ड्रॉपआउट कम एवं ठहराव अच्छा होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ड्रॉपआउट बच्चों का ग्राफ रुकेगा। इस मौके पर ब्लॉक की 20 कार्यकर्ताओं ने प्रशिक्षण प्रारंभ किया।
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