विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी महाविद्यालय एनएसएस के विशेष शिविर का हुआ समापन
एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। जिले के लालगंज तहसील क्षेत्र स्थित सरस्वती विद्या मंदिर विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना की तीन इकाईयों के संयुक्त शिविर का शुक्रवार को समारोहपूर्वक समापन हुआ। बतौर मुख्य अतिथि अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत सुभाषचंद्र सिंह एवं हाइकोर्ट के अधिवक्ता सत्यांशु ओझा ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
शिविरार्थी छात्र छात्राओं सुनिधि एवं सुरूचि तिवारी, काजल सिंह, मधू, रश्मि पाण्डेय, सलमा, सेजल, जन्मेजय, मेराज, अमिता आदि ने सरस्वती वंदना, एकल गायन, सामूहिक एकता गीत, दहेज गीत, नारी सशक्तीकरण तथा सामुदायिक गान से समापन समारोह की समां बांधी। ईओ सुभाषचंद्र सिंह ने अपने उद्बोधन मे इच्छाशक्ति को सेवा की मूल साधना ठहराया। उन्होनें कहा कि सेवा और समर्पण से ही राष्ट्रीय प्रगति को मंजिल दी जा सकती है। अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय संचालन समिति के सदस्य एवं अधिवक्ता सत्यांशु ओझा ने कहा कि समर्पण और त्याग तथा सह अस्तित्व की भावना से ही किसी देश को मजबूती दी जा सकती है। विशिष्ट वक्ता आचार्य रामअवधेश मिश्र ने जीवन मे अनुशासन तथा विचारों को आत्मसात करने को युवा पूंजी ठहराया। रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने अर्न्तराष्ट्रीय पटल पर भारतीय मेधा की सफलता को स्वर्णिम उपलब्धि करार दिया। समारोह का संचालन शिविरार्थी छात्रा जयति शुक्ला एवं अर्पिता सिंह ने किया। प्राचार्य डा. अमित सिंह ने एनएसएस के शिविर को विद्यार्थियों के लिए सकारात्मक जीवन के अनुभव की प्रयोगशाला ठहराया। कार्यक्रमाधिकारी डा. अंबिकेश त्रिपाठी ने शिविर के उददेश्य तथा कार्यक्रमाधिकारी डा. बीना सिंह ने शिविर की उपलब्ध्यिों पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन क्रार्यक्रमाधिकारी डा. धर्मेन्द्र बहादुर सिंह ने किया। समापन समारोह मे विशिष्ट योगदान के लिए अतिथियों ने मेधावी छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। इस मौके पर डा. आशुतोष, डा. ओपी द्विवेदी, शैलेंद्र त्रिपाठी, रविकांत कौशल, राजेश सिंह व राजेश तिवारी आदि रहे।
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