राजकुमार शर्मा
बहराईच :-आज 42वी वाहिनी सशस्त्र सीमा बल मुख्यालय अगईय्या नानपारा की सभी सीमा चौकियों में पांच दिवसीय साइबर सुरक्षा कार्यशाला के कार्यक्रम का आज समापन हो गया।
वाहिनी के कमांडेंट प्रवीण कुमार ने बताया कि आज कल के दौर मे इंटरनेट के युग में जहां एक तरफ इंटरनेट से बहुत सारी आसानिया हैं वह दूसरी तरफ इंटरनेट के माध्यम से बड़े-बड़े अपराधों को भी अंजाम दिया जा रहा है। साइबर क्राइम के बहुत से जवान भी शिकार हो रहे हैं जिस कारण बल मुख्यालय नई दिल्ली की तरफ से साइबर सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देश जारी हुए हैं। जिसके तहत उच्च मुख्यालय ने वाहिनी में साइबर सुरक्षा अधिकारी के तौर पर उप कमांडेंट शैलेश कुमार को नामित किया है।
सायबर सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देशों को संज्ञान रखते हुए दिनांक 5 फ़रवरी से 9 फ़रवरी तक वाहिनी सहित वाहिनी की सभी सीमा चौकियों रूपैडिहा, शिवपुरा, बख़्शी फॉरेस्ट, कोदिया, संथलिया, व मुंशीपुरवा मे सायबर सुरक्षा कार्यशाला चलाईं गई।
ये कार्यशाला सायबर सुरक्षा अधिकारी शैलेश कुमार के नेतृत्व में सहायक उप-निरीक्षक मो. इमरान अख़्तर अंसारी व मुख्य आरक्षी रामलखन सिंह द्वारा चलाई गई। कार्यशाला मे जवानो को आजकल होने वाले साइबर क्राइम से बचने के लिए साइबर सुरक्षा के टिप्स दिए गए कि किसी भी व्यक्ति को फोन पर अपने बैंक खाता संख्या एटीएम कार्ड नंबर नेट बैंकिंग आदि की जानकारी व पासवर्ड साझा ना करें, हर प्रकार का आर्थिक लेन देन आरटीजीएस व एनईएफटी के माध्यम से ही करें। आपके फोन पर मैसेज द्वारा भेजी गई किसी भी ओटीपी को किसी को न बताए। फेसबुक तथा व्हाट्सएप पर किसी भी अनजान व्यक्ति को अपना दोस्त ना बनाएं नहीं तो आप ब्लैक मेलिंग/ठगी का शिकार हो सकते हैं, मोबाइल फोन पर अनजान व्यक्तियों द्वारा भेजे गए लिंक को ओपन ना करें, आप कोई भी लॉटरी तभी जीत सकते हैं जब आपने किसी लॉटरी का टिकट खरीदा हो। धन का लालच ना करें कम समय में 2 गुना 3 गुना धन होने का प्रलोभन दिया जाता है ऐसे विज्ञापनों ,ब्रोकर से बचें तथा ऐसी और भी बहुत सारी आवश्यक जानकारियां जवानों को बताई गई, कार्यशाला मे जवानों द्वारा काफ़ी सवाल किए गए जिसका संतोष जनक जवाब भी दिया गया।
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