दुर्गा सिंह पटेल
मसकनवा गोंडा। जहाँ एक तरफ योगी सरकार गौशालाओ का निर्माण कराकर किसानों के फसलों को बर्बाद होने से बचाने के लिए लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर रही है तो वही दूसरी तरफ जिले के जिम्मेदार अधिकारी सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगाने में कोई कोर कसोर नही छोड़ रहे हैं।
और जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही के कारण आखिरकर बड़ी घटना घटित हो ही जाती है लेकिन तब भी जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे रहते हैं और यही सब लापरवाही से विकासखंड छपिया के मसकनवा रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से कटकर में आधा दर्जन गौवंशो की दर्दनाक मौत हो ही जाती है।सरकार गोवंश के संरक्षण देखभाल के लिए गौशालाएं स्थापित की गई है, लेकिन इसके बावजूद विकासखण्ड छपिया क्षेत्र के मुख्य मार्गो स्थानों पर घूम रही आवारा गाय इन गौशालाओं की पोल खोल रही है।
इतना ही नही दिनभर आवारा घूमने वाली इन गायों को अपना पेट भरने के लिए लाचारी में दर-दर भटकना पड़ रहा है, वहीं सड़कों पर रोजाना यह गायें वाहनों की चपेट में आकर घायल हो रही है। मसकनवा रेलवे स्टेशन,मसकनवा गौराचौकी मार्ग सहित कस्बे की गलियों में आवारा घूमने वाली गाय रास्ते के बीचों बीच किसी भी समय देखी जा सकती है। तेंदुआ रानीपुर गांव में गौशाला बना है लेकिन अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा है। सरकार द्वारा गौवंशो के संरक्षण के लिए राशि दी जाती है लेकिन इसके बावजूद भी गायों की स्थिति में सुधार नहीं हो पाया है।
आए दिन होती है दुर्घटनाएं
क्षेत्र में लगातार बढ़ रही आवारा गायों से आए दिन कहीं कहीं कोई कोई दुर्घटना होती रहती है। इनमें अधिकतर ऐसे पशु होते हैं जिनके पालक दूध निकालने के बाद उनको सड़कों पर आवारा घूमने के लिए छोड़ देते हैं। जिसके कारण कई बार कई लोगों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है।
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