करनैलगंज(गोंडा)। गोंडा के एलबीएस चौराहे पर मंगलवार को हुई मार्ग दुर्घटना में एक दिहाड़ी मजदूर राम सुंन्दर निवासी कडककी बनभुसरी थाना ललिया बलरामपुर घायल हो गया था। घायल मजदूर को स्थानीय पुलिस द्वारा गोंडा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से मजदूर की गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में करनैलगंज के पास मजदूर की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गयी। एंबुलेंस चालक ने मजदूर का शव व उसके साथ भतीजे निवरे को सीएससी करनैलगंज छोड़ दिया। जहां उसका शव पूरी रात खुले में ही पड़ा रहा। मजदूर के शव के साथ उसका भतीजा निबरे भी मौजूद था। एंबुलेंस चालक व अन्य जिम्मेदारों से गुहार मनुहार करने के बाद भी उनका दिल नहीं पसीजा और उसे कोई सुविधा मुहैया नहीं हो पाई। नतीजन न तो मजदूर के शव को ढकने व सुरक्षित करने की कवायद की गयी और न ही उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रखा गया। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। वहीं मृतक मजदूर के परिजनों का कहना है की या तो शव को पुनः गोंडा भिजवाया जाए या फिर नियमानुसार जो कार्यवाही बनती हो की जाए। फिलहाल मजदूर का शव बुधवार की सुबह तक सीएचसी परिसर में ही खुले में पड़ा रहा। रात में ही जब इस बारे में सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर सुरेश चन्द्रा से बात की गयी तो उंन्होने सीएचसी में शव होने से इनकार किया। मामले में कोतवाली पुलिस को जानकारी होने के बाद चौकी प्रभारी रणजीत यादव ने बुधवार दोपहर में मजदूर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उन्होंने बताया कि घटना के बावत कोतवाली नगर में कार्रवाई होगी।
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