अखिलेश्वर तिवारी
भारत सरकार द्वारा पास किए गए किसान बिल के विरोध में हो रहे प्रदर्शन का असर अब गांव की तरफ भी नजर आ रहा है। बलरामपुर के उतरौला तहसील क्षेत्र के किसान नेता चंद प्रकाश पांडे की अगुवाई में सैकड़ों किसानों साथ मिलकर किसान बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया। किसान प्रतिनिधियों ने शनिवार को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा ।
किसान नेता तथा जिला पंचायत सदस्य चंद्र प्रकाश पांडे ने बताया कि सरकार द्वारा जो किसान बिल लाया गया है, वह पूरी तरीके से किसानों को पूंजीपतियों के हाथ में सौपने जैसा है । श्री पांडे ने कहा कि जब सरकार एक चीनी मिल के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती जो कि गन्ना अधिनियम में भी लिखा है कि 14 दिन के अंदर सभी किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान किया जाए, फिर भी सरकार सालों को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान नहीं करवा पा रही है । उन्होंने कहा की सरकार के द्वारा जो किसान बिल लाया गया है, उसके द्वारा पूरी तरीके से किसान को छलने का काम किया जा रहा है । यह बिल किसानों के हित में नहीं हैं और इसे सरकार को वापस लेना चाहिए । उन्होंने कहा कि अब किसानों को खुद ही जागरूक होना पड़ेगा और अपने हक लड़ाई जागरूकता के साथ लड़ी जाएगी। चंद्र प्रकाश पांडे ने बताया कि किसान जागरूकता का कार्यक्रम मेरे द्वारा 1 महीने से किया जा रहा है, जिसमें हम लोग के द्वारा गांव गांव जाकर किसानों को जागरूक किया गया है। श्री पांडे द्वारा 2 जनवरी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम उतरौला को सौंपा गया है । वहीं उप जिला अधिकारी उतरौला अरुण कुमार गौड़ ने बताया कि किसानों के द्वारा एक ज्ञापन दिया गया है । ज्ञापन को सरकार तक पहुंचाने का काम करेंगे । इस मौके पर सिराजुद्दीन उर्फ राजू भाई प्रधान प्रतिनिधि रमवापुर, जसवंत वर्मा प्रधान बरायल, रामचंद्र प्रधान भिटौढ़ी, विजय पाल वर्मा प्रधान जोगी बीर, नसीब उल्ला प्रधान पड़री, रामनाथ, सिया राम नंदमहारा, किसान नेता स्वयंवर प्रसाद मिश्रा, युवा नेता प्रभात यादव, अंकुश पांडेय, भावी जिला पंचायत सदस्य सतीश चन्द्र पाण्डेय, राहुल पांडेय, लाल बाबू वर्मा, गुड्डू, युवा नेता सह्याब सिंह, युवा नेता संदीप जायसवाल,अशोक पांडेय,अतहर अली,पूर्व प्रधान नरेश यादव, अजमल खा, युवा नेता सद्दाम खां, किसान नेता व मनसा राम यादव सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
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