लेखपाल की लापरवाही प्रशासन है मौन
राजकुमार शर्मा
बहराईच :- इंडोनेपाल बॉर्डर पर स्थित विकास खण्ड नवाबगंज क्षेत्र में आजतक नही जले प्रशाशनिक अलाव जबकि इसवर्ष में सबसे ज्यादा इसवक्त कड़ाके की ठंड हो रही है। दैनिक मजदूर से लेकर राहगीरों ,रिक्शाचालक, बस यात्री , आदि बाजार में समान खरीदने वाले ग्राहक सभी ठिठुरते दिखे।वही दूसरी ओर लोग घरों में दुबके हुए दिखाई दिए।
तेज पछुआ हवा व शीत लहरी का प्रकोप पुरादिन बना रहा।परंतु एक बड़ा सवाल सरकारी आलाव अभी तक क्यो नही जलाया गया। जहाँ एक ओर सरकार कड़ाके की दंड से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन बजटकोस से तहसीलप्रशासन द्वारा गांव ,गांव व शहरी क्षेत्रो में आलाव जलवाने का सख्त आदेश दिया गया है वही दूसरी ओर यह जमीनी स्तर पर दावा खोकला व हवा हवाई साबित होता दिखाई पड़ा । ब्लॉक नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत कई कस्बा बाबागंज,जमोग ,चर्दा नवाबगंज, रुपईडीहा लगायत सैकड़ो गांव आते है जहाँ कई छोटे बड़े अस्पताल , दर्जनों कार्यालय, बाजार, बस स्टैंड , सामाजिक स्थल है ।यहां लोगो का कोई न कोई कार्य वस आना जाना जरूर लगा रहता है ।परंतु इस कड़ाके की ढंड में लोग अलाव के लिए महरूम है। कही भी अलाव जलता नही दिखा। बाजार में कई जगहों पर लोग निजी कही टैर ,कही पेटी ,तो कही पोलोथिन आदि कचरे भी जलते हुए दिखे। पर अभी तक न कोई सामाजिक प्रतिनिधि सामने आए न ही प्रशासन की ओर से अलाव की समुचित ब्यवस्था दिखाई पड़ा। जब इस संबंध में स्थानीय लोगो से जानकारी लेने की कोसिस किया तो लोगो मे स्थानीय प्रशासन के प्रति खासा नाराजगी दिखी। मनोज गुप्ता , महेंद्र शर्मा, विनोद गुप्ता, रईस अहमद , लगायत दर्जनों स्थानीय लोगो ने प्रशासन से अलाव जलवाने की मांग की है।
तेज पछुआ हवा व शीत लहरी का प्रकोप पुरादिन बना रहा।परंतु एक बड़ा सवाल सरकारी आलाव अभी तक क्यो नही जलाया गया। जहाँ एक ओर सरकार कड़ाके की दंड से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन बजटकोस से तहसीलप्रशासन द्वारा गांव ,गांव व शहरी क्षेत्रो में आलाव जलवाने का सख्त आदेश दिया गया है वही दूसरी ओर यह जमीनी स्तर पर दावा खोकला व हवा हवाई साबित होता दिखाई पड़ा । ब्लॉक नवाबगंज क्षेत्र अंतर्गत कई कस्बा बाबागंज,जमोग ,चर्दा नवाबगंज, रुपईडीहा लगायत सैकड़ो गांव आते है जहाँ कई छोटे बड़े अस्पताल , दर्जनों कार्यालय, बाजार, बस स्टैंड , सामाजिक स्थल है ।यहां लोगो का कोई न कोई कार्य वस आना जाना जरूर लगा रहता है ।परंतु इस कड़ाके की ढंड में लोग अलाव के लिए महरूम है। कही भी अलाव जलता नही दिखा। बाजार में कई जगहों पर लोग निजी कही टैर ,कही पेटी ,तो कही पोलोथिन आदि कचरे भी जलते हुए दिखे। पर अभी तक न कोई सामाजिक प्रतिनिधि सामने आए न ही प्रशासन की ओर से अलाव की समुचित ब्यवस्था दिखाई पड़ा। जब इस संबंध में स्थानीय लोगो से जानकारी लेने की कोसिस किया तो लोगो मे स्थानीय प्रशासन के प्रति खासा नाराजगी दिखी। मनोज गुप्ता , महेंद्र शर्मा, विनोद गुप्ता, रईस अहमद , लगायत दर्जनों स्थानीय लोगो ने प्रशासन से अलाव जलवाने की मांग की है।
क्या कहते है जिम्मेदार
जब इस सम्बंद में लेखपाल लल्लूराम गौतम से दुरभाष पर जानकारी लेने की कोसिस की तो उनके द्वारा संतोषजनक उत्तर नही मिला।
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